धर्मशाला, 21 मई (हि.स.)। कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में हाल ही में सामने आए पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिक तौर पर आवश्यक दस्तावेज एकत्रित करने की प्रकिया शुरू कर दी है। हालांकि बताया जा रहा है कि इस मामले की तह तक जाने के लिए अभी लंबा समय लगेगा।
जानकारी के अनुसार एक स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया है कि एक बैंक व कंपनी ने उनके दस्ताबेजों का दुरूपयोग करते हुए फर्जी तरीके से एक निजी कंपनी को पांच करोड़ रुपए का लोन जारी कर दिया है और उन्हें गारंटर बना दिया है। पुलिस को दी शिकायत में स्थानीय निवासी का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2019 में लोन के लिए आवेदन किया था। बैंक ने 30 जुलाई 2019 को नियमित बैंक औपचारिकताओं के बहाने खाली दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे। लोन के लिए जो दस्तावेज दिए थे, उन्हीं दस्तावेजों के माध्यम से होटल कंपनी को लगभग पांच करोड़ रुपये का ऋण जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें पांच करोड़ रुपये के इस ऋण का बिना उनकी जानकारी के गारंटर भी बना दिया।
धोखाधड़ी की जानकारी मिलने पर शिकायतकर्ता ने धर्मशाला पुलिस को
शिकायत सौंपी, जिस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
उधर एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि बैंक और कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने के बाद पुलिस द्वारा मामले से संबंधित सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज एकत्रित करने की प्रकिया शुरू कर दी गई है। हालांकि इस मामले की जड़ तक जाने के लिए अभी काफी लंबा समय लगेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया