फरीदाबाद : बरसात से पहले हो सभी नालों, ड्रेनों, सीवरेज की सफाई : विक्रम सिंह

फरीदाबाद : बरसात से पहले हो सभी नालों, ड्रेनों, सीवरेज की सफाई : विक्रम सिंह

डीसी बोले, बरसात में डिस्पोजल पर नजर रखेंगे एमसीएफ अधिकारी

फरीदाबाद, 22 मई (हि.स.)। फरीदाबाद में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बैठक कर जरुरी दिशा-निर्देश दिए। पार्षद सरपंच और निगम मेयर ने जरुरी सुझाव व समस्याओं पर चर्चा की।

उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि सभी संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग समेत शहर के बाकी हिस्सों में बरसाती पानी जमा न हो। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने आज गुरुवार को नगर निगम, एफएमडीए, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, पार्षदों और सरपंचों के साथ एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर मेयर प्रवीण जोशी भी उपस्थित रही। मेयर प्रवीण जोशी ने सभी पार्षदों और सरपंचो से कहा कि आपके क्षेत्रों में जहां भी नालों पर अतिक्रमण है प्रशासन के साथ मिलकर उसको हटवाएं और किसी भी जगह नया अतिक्रमण न होने दे। शहर को स्वच्छ बनाने में सभी अपना योगदान दे। इसके लिए एफएमडीए और नगर निगम की ओर से तैयार किया गया एक्शन प्लान जगह वार पहले ही पार्षदों के साथ साझा कर दिया जायेगा। पार्षद प्लान के मुताबिक अपनी मोजुदगी व जरुरी सुझाव विभाग को मुहैया करा सकते है।

उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बरसात के पहले सभी नालों, ड्रेनों एवं सीवरेज की सफाई पूरी कर ली जाए। उन्होंने सभी नगर निकाय, जल आपूर्ति, शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग आपसी समन्वय से काम करें और सभी नालों और सीवरेज लाइनों की सफाई का कार्य समय रहते पूरा कर लें। उन्होंने सभी मुख्य नालों की डी-सिल्टिंग (गाद निकालने) का कार्य की मौजूदा स्थिति का आकलन किया। इसमें अब तक हुए कार्य व टेंडरिंग प्रक्रिया के साथ साथ डिस्पोजल क्षमता बढ़ाने के साथ साथ पर बैकअप के लिए पावर सप्लाई की हॉट लाइन व जेनसेट संबंधी कार्यो का फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जहां भी नालों की सफाई का कार्य चल रहा है, वहां पूरी सतर्कता बरती जाए और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि नालों के दोनों किनारों पर बैरीगेटिंग करना सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना को रोका जा सके। नालों की गहराई और चौड़ाई को देखते हुए बैरीगेटिंग की मजबूती और ऊंचाई तय की जाए, जिससे वहां से गुजरने वाले राहगीरों, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि बरसात के समय सभी डिस्पोजल पर एमसीएफ के अधिकारी नजर रखेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर

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