-अब तक साढ़े 11 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम के कर चुके हैं दर्शन, पंजीकरण केंद्र का किया स्थलीय निरीक्षण
हरिद्वार, 22 मई (हि.स.)। उत्तराखंड के लोक निर्माण, पर्यटन, और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंजीकरण काउंटर, बैठने की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, चिकित्सा, और सुरक्षा जैसे इंतजामों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 30 लाख से
अधिक लोग चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें हेमकुंड साहिब के श्रद्धालुओं की संख्या 61,822 को जोड दिया जाए तो इनकी कुल
संख्या 31 लाख से अधिक हो जाएगी। वहीं अब तक साढ़े 11 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं।
महाराज ने देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं से बातचीत कर उनकी यात्रा और पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में फीडबैक लिया। श्रद्धालुओं ने पंजीकरण केंद्र की व्यवस्थाओं की सराहना की और अपनी यात्रा को सुखद बताया। मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि तीर्थयात्रियों को पंजीकरण में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे सुखद अनुभव के साथ लौटें।
इस अवसर पर महाराज ने पत्रकारों को बताया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद यात्रियों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन अब इसमें लगातार वृद्धि हो रही है। इस वर्ष चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि अभी तक यमुनोत्री धाम में 5,08,041, गंगोत्री धाम में 5,59,272, केदारनाथ धाम में 10,40,901, बद्रीनाथ धाम में 9,46,619 श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं, जो 3,054,806 से
अधिक है। हेमकुंड साहिब में 61,822 श्रद्धालुओं सहित इसकी कुल संख्या 31,16,655 है। अभी तक यमुनोत्री में 2,10,908, गंंगोत्री में 1,96,200, केदारनाथ में 4,53,414, बदरीनाथ में 2,94,864 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, जिसकी कुल संख्या 11,55,386 है। इसके अलावा हेमकुंड साहिब के 61,822 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।
महाराज ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा भी शीघ्र शुरू होगी, जिसमें 250 यात्री लिपुलेख मार्ग से यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के लिपुलेख मार्ग से भी श्रद्धालु अब कैलाश मानसरोवर के दर्शन कर सकेंगे।
इस दौरान जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला