सक्रिय आतंकवादियों को सिम कार्ड कनेक्शन जारी करने के लिए एक आतंकवादी सहयोगी के खिलाफ आरोप पत्र दायर

श्रीनगर, 22 मई (हि.स.)। काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) ने गुरुवार को सक्रिय आतंकवादियों को सिम कार्ड कनेक्शन जारी करने के लिए एक आतंकवादी सहयोगी (एयरटेल फ्रेंचाइजी) के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया है।

प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि पुलिस स्टेशन सीआईके ने एयरटेल कंपनी के विक्रेता मुदासिर अहमद शेख पुत्र बशीर अहमद शेख निवासी हनांद चावलगाम कुलगाम के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुलगाम की माननीय अदालत के समक्ष एफआईआर संख्या 18/2020 यू/एस 420, 468, 471 आईपीसी के मामले में पुलिस स्टेशन सीआईके श्रीनगर में एक गैर-मौजूद व्यक्ति के खिलाफ ‘सिम कार्ड कनेक्शन’ जारी करने के लिए आरोप पत्र पेश किया, जिसका वास्तव में एक आतंकवादी द्वारा इस्तेमाल किया गया था।

उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन सीआईके को विश्वसनीय स्रोतों से सूचना मिली थी कि आतंकवादियों, प्रतिबंधित संगठनों के सदस्यों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स द्वारा विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से सिम कार्ड कनेक्शन की खरीद उनके समर्थकों की सक्रिय मिलीभगत से और कई मामलों में धोखाधड़ी और बेईमानी के माध्यम से फ़्रैंचाइज़ी / पॉइंट ऑफ़ सेल की मिलीभगत से एक पूर्व नियोजित आपराधिक साजिश के तहत की जाती है।

तदनुसार पुलिस ने कहा कि 09 अक्टूबर, 2020 को एफआईआर संख्या 18/2020 यू/एस 13 गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 468, 471 और 120-बी के साथ एक मामला पुलिस स्टेशन सीआईके श्रीनगर में गहन जांच के लिए दर्ज किया गया था।

जांच के दौरान यह पता चला है कि आरोपी ‘एयरटेल टेलीकॉम सर्विस’ का विक्रेता था जो कुलगाम में “माइक्रो वर्ल्ड” के नाम से अपनी दुकान चला रहा था। यह स्थापित किया गया था कि आरोपी ने एक वास्तविक चुनावी पहचान पत्र में हेराफेरी की थी और उसका इस्तेमाल एक गैर-मौजूद व्यक्ति के खिलाफ सिम कार्ड जारी करने के लिए किया था। एक विक्रेता के रूप में आरोपी ने ग्राहक आवेदन पत्र (सीएएफ) में काल्पनिक और अपर्याप्त विवरण का भी उल्लेख किया था जिसका उद्देश्य एक गैर-मौजूद व्यक्ति के खिलाफ सिम कार्ड जारी करना और एक आतंकवादी को उसके इस्तेमाल के लिए सिम कार्ड देना था।

जांच में पाया गया है कि ग्राहक आवेदन पत्र में दिखाए गए सिम कार्ड का ग्राहक जमीन पर मौजूद नहीं था और सिम कार्ड वास्तव में एक आतंकवादी को जारी किया गया था।

बयान में कहा गया है कि आम जनता खासकर कश्मीर घाटी के युवाओं से अपील की जाती है कि वे इस संबंध में जारी किए गए निर्देशों का पालन करें और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव सावधानी बरतें कि उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग धोखाधड़ी से सिम कार्ड प्राप्त करने के लिए न किया जाए। लोगों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे अपना सिम कार्ड किसी के साथ साझा न करें, चाहे वह व्यक्ति कितना भी करीबी क्यों न हो।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

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