गोलाघाट (असम), 23 मई (हि.स.)। एक रॉयल बंगाल टाइगर की गुरुवार को जिले के दुसुतिमुख गांव में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था। हत्या करने के बाद बाघ के अंगों को काटकर ले गए थे। इस मामले में अब तक तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित पर जानवर की आंशिक खाल उतारने और उसके शरीर के कई अंगों को निकालने में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किये गये दो लोगों में तृनयन मिलि (25) और ध्रुव मिलि (22) शामिल हैं। जबकि, गुरुवार को गिरफ्तार किये गये व्यक्ति की शिनाख्त मन ज्योति दलै के रूप में हुई है। वर्तमान में तीनों से देरगांव पुलिस थाने में पूछताछ की जा रही है।
बोकाखात उपखंड के दुसुतिमुख गांव में धान के खेतों में वयस्क नर बाघ की हत्या की गयी। असम वन विभाग के अधिकारियों ने सूचना मिलते ही बाघ के शव की बरामदगी की पुष्टि की, उन्होंने कहा कि उसकी खाल, दांत, कान और पैर सहित शरीर के कई अंग निकाले गए हैं। मामले में मामला दर्ज कर अधिकारी बाघ की अवैध हत्या में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उनका पता लगाने के लिए सक्रिय रूप से काम में जुट गये।
वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि, हमने एक मामला दर्ज किया है और पुलिस भीड़ का हिस्सा रहे लोगों की पहचान कर रही है और उनका पता लगा रही है। विभाग ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई न केवल वन्यजीव संरक्षण कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए चल रहे संरक्षण प्रयासों को भी गंभीर रूप से खतरे में डालती है।
बाघ कथित तौर पर धान के खेत में छिपा था, जहां उसे लाठी और धारदार हथियारों से लैस ग्रामीणों ने उसे घेरकर मार डाला। ग्रामीणों ने कहा कि बाघ की मौजूदगी के बारे में बार-बार चिंता जताई थी और निष्क्रियता के लिए अधिकारियों की आलोचना भी की।
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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय