
पौड़ी गढ़वाल, 23 मई (हि.स.)। पुलिस ने एलयूसीसी घोटाले के एक और सरगना को पौडी पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपी एलयूसीसी कंपनी में साइनिंग अथोरटी के रूप में नियुक्त था। आरोपी ने कंपनी के खाते से करीब 23 करोड़ की निकासी की थी। पुलिस अभी तक इस फर्जीवाड़े में 10 आरोपियों को जेल भेज चुकी है।
एलयूसीसी घोटाले के पर्यवेक्षण अधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि एलयूसीसी के बैंक खातों से 22.94 करोड़ की धनराशि रामनाथ गुप्ता के पीएनबी बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए, जिसे रामनाथ गुप्ता द्वारा चेक के माध्यम व नगद के रूप में निकाला गया। रामनाथ गुप्ता को एलयूसीसी के चेयरमैन जितेन्द्र निरंजन द्वारा इस खाते की साइनिंग अथोरटी दे रखी थ।
बताया कि जांच में सामने आए आरोपी अभियुक्त रामनाथ गुप्त की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया लेकिन आरोपी शातिर किस्म का होने के कारण लगातार अपने ठिकाने व मोबाइल नंबर बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। एसएसपी के मुबाबिक पुलिस टीम द्वारा किये गये लगातार अथक प्रयासों एवं पतारसी सुरागरसी व सर्विलांस की मदद से आरोपी रामनाथ गुप्ता, निवासी- वाराणसी, उत्तर प्रदेश का पता लगाकर उसको उत्तर प्रदेश के लखनऊ से गिरफ्तार कर न्यायालय बड्स कोर्ट देहरादून के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक शशिभूषण जोशी, अपर उपनिरीक्षक अहसान अली, आरक्षी अमित कुमार शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह