सूरत | सूरत के डायमंड उद्योग में पिछले 50 वर्षों में से पिछले 3 वर्षों से सबसे लंबी मंदी चल रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 11 मार्च को ऑल गुजरात डायमंड एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की थी, जिसमें रत्न कलाकारों के हित में निर्णय लेने की घोषणा की गई थी। इस बैठक के 74 दिन बाद आखिरकार शनिवार को राज्य सरकार रत्न कलाकारों के लिए विभिन्न सहायता की घोषणा करेगी।
अमेरिका में मंदी, यूक्रेन-रूस युद्ध आदि कारणों से डायमंड उद्योग में मंदी फैल गई थी, जिसके कारण कई रत्न कलाकारों ने आत्महत्या भी की है। इस वजह से रत्न कलाकारों द्वारा प्रदर्शन भी किए गए थे। अंततः राज्य सरकार ने रत्न कलाकारों के लिए सहायता की घोषणा की है। सरकार विभिन्न सहायता योजनाएं जारी करेगी, जिनमें आर्थिक और शैक्षिक सहित कई योजनाएं संभावित हैं।
हीरा उद्योग के लिए राहत पैकेज
रत्न कलाकारों के लिए सरकार द्वारा योजना बनाई गई है, जिसकी घोषणा शनिवार को गृहराज्यमंत्री हर्ष संघवी, वन और पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेश पटेल, तथा शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानशेरिया करेंगे। इसमें हीरा उद्योग से जुड़े रत्न कलाकारों को राहत पैकेज प्रदान किया जाएगा।
रत्न कलाकारों ने राज्य सरकार से यह मांग की थी
राज्य भर की डायमंड एसोसिएशन की बैठक मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने रत्न कलाकारों के हित में योजना जारी करने का आश्वासन दिया था। हालांकि सरकार ने कोई घोषणा नहीं की, जिसके चलते यूनियन ने 30 मार्च को हड़ताल की थी, जिसमें अधिकांश हीरे के कारखाने बंद रहे थे।