सेंट जॉन लेटरन में पोप लियो चौदहवें ने संभाली रोम के धर्माध्यक्ष की जिम्मेदारी

-पोप ने रोम के विश्वासियों से कहा, ‘आपके साथ और आपके लिए मैं रोमन हूं’-रोम के धर्माध्यक्ष बनने की औपचारिकता पूर्ण

रोम, 25 मई (हि.स.)। कैथोलिक चर्च के इतिहास में पहले अमेरिकी पोप लियो चौदहवें ने रविवार को रोम के धर्माध्यक्ष (बिशप ऑफ रोम) के रूप में अपनी औपचारिक पदग्रहण प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए ऐतिहासिक सेंट जॉन लेटरन बेसिलिका में जनसमूह को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने भावनात्मक रूप से घोषणा की कि आज से मैं आपके साथ और आपके लिए एक रोमन हूं।

ऐतिहासिक मंच पर नई शुरुआत

सेंट जॉन लेटरन रोम का कैथेड्रल है और आधिकारिक रूप से पोप के बिशप होने का प्रतीक स्थल है। यहां सायंकालीन मिस्सा के दौरान पोप लियो ने रोम के पादरियों और विश्वासियों के समक्ष अपने नए उत्तरदायित्व को समर्पित भावना से निभाने की बात कही। उन्होंने कहा, “मैं आप सबकी सुनना चाहता हूं ताकि सीख सकूं, समझ सकूं और निर्णय ले सकूं… वह भी आपके साथ मिलकर।”

पोप का संदेश: सेवा, साझेदारी और सीख

मूल रूप से अमेरिकी और ऑगस्टीन समुदाय के सदस्य पोप लियो ने संत ऑगस्टीन के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा, “आपके साथ मैं एक ईसाई हूं, और आपके लिए एक धर्माध्यक्ष।” उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि ”आज विशेष रूप से मैं यह कह सकता हूं कि आपके साथ और आपके लिए मैं एक रोमन हूं।”

रोम के महापौर का स्वागत और पवित्र वर्ष की तैयारी

रोम के महापौर रॉबर्टो ग्वालतिएरी ने सिटी हॉल की सीढ़ियों पर पोप का स्वागत करते हुए उन्हें याद दिलाया कि उनका चयन 08 मई को हुआ था, ठीक पवित्र वर्ष की पूर्व संध्या पर। इस ऐतिहासिक वर्ष के दौरान रोम लगभग 03 करोड़ तीर्थयात्रियों की मेजबानी करेगा, जिसके लिए नगर में पिछले दो वर्षों से बड़े स्तर पर विकास कार्य चल रहे थे।

चार पवित्र बेसिलिकाओं में एक और चरण

यह समारोह सेंट जॉन लेटरन, सेंट पॉल आउटसाइड द वॉल्स, सेंट मैरी मेजर, और सेंट पीटर्स बेसिलिका — इन चार मुख्य पापल चर्चों की श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। सेंट मैरी मेजर बेसिलिका वह स्थल भी है, जहां पूर्व पोप फ्रांसिस को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। पोप फ्रांसिस, पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे, जिनका निधन 21 अप्रैल को हुआ।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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