धमतरी, 26 मई (हि.स.)। महापौर रामू रोहरा 26 मई को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। ओपीडी का भ्रमण कर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं और समस्याओं की जानकारी ली। पंजीयन काउंटर में भीड़ देखकर लाइन लगे मरीजों से चर्चा की। इसके बाद सिविल सर्जन के कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक की। व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने आवश्यक निर्देश दिए। वहीं निरीक्षण के दौरान महापौर को अस्पताल में सुरक्षा गार्ड कम दिखें, तो सुपरवाइजर को जमकर फटकार लगाई है। संख्या नहीं बढ़ने पर टेंडर निरस्त करने निर्देश दिए।
सोमवार को दोपहर 12 : 30 बजे महापौर रामू रोहरा जिला अस्पताल के निरीक्षण में पहुंचे। उन्होंने ओपीडी कक्ष में डाक्टरों के उपस्थिति की जानकारी ली। मरीजों की समस्याओं से अवगत हुए। इसके बाद पंजीयन के तीन काउंटर होते हुए मरीजों के पंजीयन नहीं होने पर नाराजगी जताई। सिविल सर्जन डा अरुण कुमार टोंडर, जिला अस्पताल के नोडल अधिकारी एवं निगम आयुक्त प्रिया गोयल और अस्पताल प्रबंधन के साथ आवश्यक बैठक की। बैठक से निकलने के बाद रामू रोहरा ने बताया कि निरीक्षण में कुछ खामियां मिली है, उसे सुधार करने के लिए कहा गया है। पंजीयन के लिए तीन काउंटर लगे है। दो में काम हो रहा था। तीसरा काउंटर में गर्भवती महिलाओं का पंजीयन होता है। वहां गर्भवती महिला लाइन में नहीं होने पर सामान्य मरीजों का भी पंजीयन हो इसके लिए निर्देशित किया गया है। ताकि किसी भी मरीज का आसानी से पंजीयन हो। इसके साथ ही इसके लिए एक एप बना हुआ है, इसके लिए लोगों को प्रेरित करें। ताकि आने वाले मरीज एप डाउनलोड कर अपना पंजीयन कर सकें और उनका समय बचें। डाक्टरों की उपस्थिति देखी गई। सभी डाक्टर समय पर उपस्थित मिले।
मरीजों ने बातचीत के दौरान पेयजल की समस्या बताई। इसके व्यवस्था के लिए अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है। रिफर केस पहले से कम हुए है। महापौर रामू रोहरा ने बताया कि, सिविल सर्जन और नोडल अधिकारी के साथ बैठक करके 100 बिस्तर प्रसूति और 40 बिस्तर नेत्र अस्पताल के लिए और पुराने जिला अस्पताल भवन को तोड़कर इसी स्थान पर 200 बिस्तर के नए अस्पताल का प्राक्कलन तैयार किया गया है। इसका प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा जा रहा है। अतिशीघ्र बजट में जोड़ते हुए देखने को मिलेगा। हमारा लक्ष्य है नया धमतरी दिखे। नई सुविधाएं और व्यवस्थाएं हो। मेडिकल कालेज के लिए भी प्रस्ताव भेजा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान महापौर रोहरा ने सिक्योरिटी सर्विस के सुपरवाइजर को सुरक्षा गार्ड कम दिखने पर फटकार लगाते हुए अल्टीमेटम दिया है कि मरीजों के सुरक्षा के साथ किसी भी शर्तों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सिविल सर्जन डा टोंडर को सुरक्षा गार्ड पर्याप्त नहीं रखने पर टेंडर निरस्त करने निर्देश दिए है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा