इतिहास के पन्नों में 28 मईः मानवाधिकार समर्थकों का ‘बड़ा दिन’

इतिहास के पन्नों में 28 मईः मानवाधिकार समर्थकों का ‘बड़ा दिन’

इतिहास में 28 मई की तारीख मानवाधिकार समर्थकों के लिए खास है। वह इसलिए कि 28 मई 1961 को ही एमनेस्टी इंटरनेशनल की स्थापना हुई थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल आज 70 लाख से ज्यादा ऐसे लोगों का वैश्विक मंच हैं, जिन्होंने व्यक्तिगत रूप से अन्याय सहा। यह ऐसी दुनिया के लिए अभियान चला रहे हैं, जहां सभी के पास मानव अधिकार हैं। मानव अधिकार मतलब कि कोई भी किसी भी राजनीतिक पार्टी, विचार और धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है। एमनेस्टी इंटरनेशनल डे हर साल 28 मई को मनाया जाता है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल का मानना है कि कोई भी सरकार जांच से परे नहीं है। कोई भी परिस्थिति उम्मीद से परे नहीं हैं। मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए ज्यादातर देशों ने मृत्युदंड को खत्म कर दिया है। साल 1961में मानव अधिकारों के लिए एक ग्लोबल आंदोलन शुरू हुआ था। हुआ यूं था कि दो पुर्तगाली छात्रों को आजादी के लिए आवाज उठाने के चलते जेल हो गई। इसके बाद वकील पीटर बेनेन्सन ने ऑब्जर्वर अखबार में ‘अपील फॉर एमनेस्टी’ की घोषणा की। इसके बाद 1963 में अंतरात्मा की आवाज उठाने वाले पहले कैदी यूक्रेनी आर्कबिशप जोसेफ स्लिपी को साइबेरिया में रिहा कर दिया गया।

साल 1972 में एमनेस्टी ने अत्याचार के खिलाफ अपना पहला अभियान शुरू किया। 12 साल बाद संयुक्त राष्ट्र ने 1984 में दुनिया भर में हो रहे अत्याचार से लड़ने के लिए इस अभइयान का समर्थन किया। 1977 में एमनेस्टी को ‘स्वतंत्रता के लिए, न्याय के लिए, और दुनिया में शांति बनाए रखने में अपना योगदान देने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1980 में एमनेस्टी ने मृत्युदंड को समाप्त करने के लिए वैश्विक अभियान शुरू किया। इसका परिणाम यह रहा कि 2014 तक 140 देशों ने मृत्युदंड को समाप्त करने की घोषणा की। 1993 से एमनेस्टी अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के लिए अभियान चला रहा है। इसका मकसद नरसंहार और युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाना है। इस न्यायालय की स्थापना 2002 में हुई थी।

एमेन्टी ने नेल्सन मंडेला की रिहाई के लिए भी बड़ा अभियान चलाया। आज दुनिया भर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एमनेस्टी की लंबी लड़ाई इंटरनेट तक पहुंच गई है। अली सैयद अल-शिहाबी को सीरिया में लोकतंत्र समर्थक लेख ऑनलाइन पोस्ट करने के लिए जेल जाना पड़ा। यह एमनेस्टी की ही ताकत है कि उनकी रिहाई संभव हुई। बड़ी बात यह है कि एमनेस्टी समर्थकों के 20 वर्ष के दबाव के बाद 24 दिसंबर, 2014 को एक जीवन रक्षक वैश्विक शस्त्र व्यापार संधि लागू हुई। यह दुनिया भर में अत्याचारों को बढ़ावा देने वाले हथियारों के प्रवाह को रोकने में मदद करती है। आज एमनेस्टी इंटरनेशनल दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की कोशिश कर रहे संगठनों में से एक है।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र

1414ः खिज्र खां ने दिल्ली की गद्दी पर कब्जा कर सैय्यद वंश की नींव रखी।

1674ः जर्मनी की संसद ने फ्रांस के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।

1918ः अजरबैजान स्वतंत्र हुआ और उसने स्वयं को लाेकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया।

1940ः द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बेल्जियम ने जर्मनी से हार मानी।

1952ः यूनान में महिलाओं को मताधिकार मिला।

1956ः फ्रांस ने अपने सभी भारतीय उपनिवेशों को भारत को सौंपा।

1959ः अमेरिका ने दो बंदरों को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक भेजा।

1961ः मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल की स्थापना।

1963ः बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान से करीब 22 हजार लोगों की मौत।

1965ः धनबाद की ढोरी खदान में आग और विस्फोट से 400 लोगों की मौत।

1971ः तत्कालीन सोवियत रूस ने मंगल ग्रह पर उतरने वाले पहले अंतरिक्ष यान मार्स-3 का प्रक्षेपण किया।

1989ः मारथाकवली डेविड भारत की पहली और विश्व की दूसरी महिला ईसाई पादरी बनी।

1996ः रूस विद्रोही प्रांत चेचन्या को अधिकतम स्वायत्ता देने पर सहमत हुआ।

1998ः पाकिस्तान ने पहला परमाणु परीक्षण किया।

2002ः नेपाल में आपातकाल लगा।

2008ः नेपाल में 240 वर्ष से चली आ रही राजशाही का अंत।

2008ःअमेरिका ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चार नेताओं पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए।

2010ः पश्चिम बंगाल में पश्चिम मिदनापुर जिले में ट्रेन दुर्घटना में कम से कम 141 यात्रियों की मौत।

2018ः अभिनेता अक्षय कुमार ने नई दिल्‍ली में दो गड्ढों पर आधारित ट्विन पिट टॉयलेट टेक्‍नाेलाॅजी को लोकप्रिय बनाने के अभियान का शुभारम्‍भ किया।

जन्म

1883ः भाषाविद, बुद्धिवादी, कवि, अप्रतिम क्रांतिकारी, दार्शनिक और ओजस्वी वक्ता वीर सावरकर।

1952ः भारत के प्रथम लोकपाल पिनाकी चन्द्र घोष।

1940ः हिन्दी के कवि, कला-समीक्षक, अनुवादक एवं कहानीकार प्रयाग शुक्ल।

1923ः प्रसिद्ध अभिनेता एवं तेलुगु देशम पार्टी के संस्थापक एनटी रामाराव।

निधन

1954ः प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विजय सिंह पथिक।

1964ः भारतीय सिनेमा इतिहास के अग्रणी निर्माता-निर्देशक महबूब खान।

2005ः भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार गोपाल प्रसाद व्यास।

महत्वपूर्ण दिवस

-वीर सावरकर की जयंती।

-एमनेस्टी इंटरनेशनल डे।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद