अजमेर, 28 मई(हि.स.)। अजमेर की रामगंज थाना पुलिस ने रामगंज क्षेत्र से युवक का अपहरण कर ले जाने के मामले में फिरौती मांगने वाले को पकड़ लिया व युवक को भी आरोपिताें के चंगुल से छुड़ा लिया है। सूचना मिलने पर पुलिस यह यह कार्रवाई मात्र 12 घंटे में की। अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ ने मीडिया को जानकारी दी कि एक दिन पूर्व चंद्र प्रकाश नामक परिवादी ने बताया था कि उसके पुत्र अक्षय लखन का अजमेर के ही देवेंद्र व राजपाल नाम के दो युवकों ने अपहरण किया है और वे उससे 25 लाख रुपये मांग रहे हैं। चंद्र प्रकाश ने बताया कि ऐसी सूचना उसके बच्चे ने मोबाइल पर दी है। उसका बच्चा एक दिन पूर्व शाम को घर से निकला था जिसका वापस नहीं लौटा है। पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेकर विभिन्न टीमों का गठन किया और सीसीटीवी सहित अन्य साधनों का प्रयोग करते हुए युवक की तलाश शुरू कर दी। अपहृत युवक को अगले 12 घंटों में ही पुलिस ने अजमेर से बाहर कायड़ क्षेत्र से दस्तयाब कर लिया गया है। आरोपिताें में अजमेर के कुंदन नगर का रहने वाला राजपाल नामक युवक पकड़ा गया है, दूसरा युवक देवेंद्र फरार हो गया है। उसे भी जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने घटना के कारण का खुलासा करते हुए बताया कि अपहृत युवक अक्षय लखन का साउथ अफ्रीका में रहने वाले निलेश माहेश्वरी के बीच पैसे का कोई लेनदेन शेष था। इस मामले में निलेश माहेश्वरी ने ही देवेंद्र व राजपाल को सूचित किया था। पैसे निकलवाने के लिए उसने इन्हें टास्क दिया था। इन दोनों आरोपिताें का भी अक्षय से रुपये निकलवाने में शेयर था। राजपाल ने अपने मित्र जयपुर निवासी जगतसिंह की मदद से पहले जयपुर के एक मेडिकल स्टोर से रुपये लेने के लिए उसके भाई अनीश चौधरी को भेजा था। रुपये लेने का प्रयास में अनीश चौधरी को परिवादी ने मुकदमा दर्ज करने से पहले ही पकड़ा लिया था। जिसे बाद में वहीं छोड़ दिया। अनीश को यह बात ज्ञात नहीं थी कि उसके भाई ने किसी दोस्त के लिए उसे इस्तेमाल किया है। यह तो जांच में सामने आएगा किन्तु घटना के आरोपिताें का पता पहले वहीं से ही चला। आगे जल्दी ही पूरा मामला खुल सकेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष