सूरत | जून माह के पहले पखवाड़े में मानसून के विधिवत आगमन की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में सूरत शहर में हर वर्ष मानसून के दौरान जलभराव, सड़कों पर गड्ढों जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए पालिका तंत्र ने प्री-मानसून तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में विभिन्न विभागों और जोन के अधिकारियों ने अब तक किए गए प्री-मानसून कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की।
इस दौरान पदाधिकारियों ने ट्रेंच की कार्यवाही, सड़क मरम्मत और पैचवर्क के कार्यों को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए। सूरत महानगरपालिका ने औपचारिक रूप से समीक्षा बैठक का आयोजन कर लिया है, अब देखने की बात यह होगी कि मानसून में यह तैयारियां कितनी प्रभावशाली साबित होती हैं।
मेयर दक्षेश मावाणी और कमिश्नर शालिनी अग्रवाल की अध्यक्षता में यह समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी जोन प्रमुखों के साथ-साथ डिप्टी मेयर डॉ. नरेंद्र पाटिल, स्थायी समिति के चेयरमैन राजन पटेल, ड्रेनेज समिति के चेयरमैन केयूर चपटवाला, विभागीय प्रमुख और जोनल चीफ उपस्थित रहे।
बैठक में प्रस्तुत किए गए विवरण:
समीक्षा बैठक में बताया गया कि सभी जोन क्षेत्रों में नालों, मेनहोल, ड्रेनेज, इनलेट चेंबरों की सफाई और मरम्मत का कार्य चल रहा है। जालियों की मरम्मत और पेंटिंग, ट्रेंच कार्य, सड़क मरम्मत और पैचवर्क, फुटपाथ और रोड डिवाइडर की मरम्मत से जुड़ी जानकारियां भी जोन प्रमुखों ने प्रस्तुत कीं।
बैठक के दौरान यह भी चर्चा हुई कि मानसून में कई क्षेत्रों में ट्रेंच बैठ जाते हैं, इसलिए ट्रेंच का कार्य यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए। साथ ही शहर के कई इलाकों में मेट्रो का काम जारी होने के कारण वहां फैली मिट्टी से कीचड़ और गंदगी की समस्या पैदा हो रही है। इसको लेकर मेट्रो अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।