कानपुर, 29 मई (हि.स.)। पुलिसकर्मी के घर चोरी करने वाले शातिर चोर को गोविंदनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित ने रेलबाजार ट्रैफिक पुलिस कॉलोनी और डिफेंस कॉलोनी में हुई चोरी की वारदात कबूली है। चोरी की घटनाओं को अंजाम देने में शामिल उसका एक साथी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। गुरुवार को उसे न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण दीपेंद्र नाथ चौधरी ने प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मूलरूप से औरैया के रहने वाले रघुराज सिंह गोविंद नगर थाना क्षेत्र स्थित कैनाल कॉलोनी में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते हैं। करीब छह महीने पहले उनका किदवई नगर थाने से इटावा स्थित यूपीसीएल हाइडल में ट्रांसफर हो गया। जबकि उनका परिवार गांव गया हुआ था। बीते शुक्रवार को जब वह कानपुर अपने घर वापस लौटे तो उन्होंने देखा कि घर का ताला टूटा हुआ है और घर के अंदर से लाखों की ज्वेलरी समेत नकदी गायब है।
आनन फानन में हेड कांस्टेबल रघुराज ने गोविंदनगर थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने कॉलोनी के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाले तो उसमें दो संदिग्ध दिखाई दिए। ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत लगवाए गए कैमरों के जरिए जब उनका पीछा किया गया तो गुरुवार शातिर चोर को गोविंदनगर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। शातिर ने अपना नाम राजेश बाजपेयी बताया जो बांदा का रहने वाला है। उसने अपने साथी निर्भय सिंह के साथ चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपित के पास से सोने की छह अंगूठियां कान के झुमके और 44,500 रुपये के साथ-साथ घटना में प्रयुक्त पेशकश और तमंचा भी बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान उसने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि 44,500 रुपये में से 24,500 रुपये ट्रैफिक लाइन क्वार्टर में चोरी की घटना से और 20,000 रुपये डिफेंस कॉलोनी रेल बाजार की घटना के हैं।
वही जब आरोपित का अपराधिक इतिहास खंगाला गया तो वह तीन बार हत्या के मामले में जेल जा चुका है। इसके साथ ही उस पर लूट, हत्या, डकैती, चोरी और हत्या के प्रयास जैसे विभिन्न मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस अब उसके दूसरे साथी की भी तलाश कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप