सूरत-अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पावन अवसर पर भगवान श्रीराम और लक्ष्मण जी के लिए सूरत के हीरा व्यापारियों द्वारा भव्य और कीमती हीरे-जवाहरात का अलंकरण अर्पित किया गया है। इस अनमोल भेंट ने राम जन्मभूमि मंदिर के श्रृंगार को नई दिव्यता और भव्यता दी है।
सूरत का अनमोल तोहफा: सोना, चांदी और कीमती रत्न
इस विशेष संग्रह में शामिल हैं:
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1,000 कैरेट उच्च गुणवत्ता वाले हीरे
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300 कैरेट रूबी (माणिक)
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30 किलोग्राम शुद्ध चांदी
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300 ग्राम शुद्ध सोना
ये सभी सामग्री पारंपरिक राजसी डिजाइनों में भगवान राम और लक्ष्मण जी के लिए मुकुट, मस्तक तिलक, हार, कुण्डल, धनुष और गदा के रूप में तैयार की गई है।
राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सूरत की भूमिका
सूरत के प्रमुख ज्वैलर्स और विहिप के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नवडिया ने इन अलंकरणों को राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट को सौंपा। यह कीमती आभूषण एक चार्टर्ड विमान के माध्यम से विशेष सुरक्षा के साथ अयोध्या भेजा गया।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान लाखों श्रद्धालु यहाँ एकत्रित होते हैं, और इस भव्य उपहार ने मंदिर उत्सवों की गरिमा को बढ़ाते हुए भक्ति और कला की अनोखी मिसाल कायम की है।
सूरत और अयोध्या: भक्ति और संस्कृति का संगम
सूरत के हीरा व्यापारियों द्वारा किया गया यह अनमोल दान राम भक्तों की गहरी श्रद्धा और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। यह भेंट न केवल मंदिर के श्रृंगार में चार चांद लगाती है, बल्कि भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को भी समृद्ध करती है।