अहमदाबाद में 275 लोगों की जान लेने वाली भयानक विमान दुर्घटना की जांच अब ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद शुरू हो गई है। बी.जे. मेडिकल कॉलेज की मेस की छत पर फंसे विमान की टेल से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है, जिसे केंद्र सरकार के सिविल एविएशन विभाग के अधीन आने वाले एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपने कब्जे में लिया है। जांच में केंद्र और राज्य की कुल 17 टीमें शामिल की गई हैं। अब तक इस हादसे से जुड़े 50 से अधिक बिंदुओं पर जांच शुरू हो चुकी है।
जांच में शामिल टीमें:
राज्य और केंद्र सरकार की ओर से इन एजेंसियों ने जांच में हिस्सा लिया है:
- अहमदाबाद फायर डिपार्टमेंट
- ब्रिटिश हाई कमिशन
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (MOH)
- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA)
- राज्य फॉरेन्सिक साइंस लैब (FSL)
- राष्ट्रीय फॉरेन्सिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU)
- एयरपोर्ट रेस्क्यू एंड फायर फाइटिंग (ARFF)
- CISF
- BSF
- भारतीय सेना (Army)
- राज्य इंटेलिजेंस ब्यूरो (State IB)
- राज्य सतर्कता विभाग (State Vigilance)
- सेंट्रल इंटेलिजेंस ब्यूरो (Central IB)
- प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के विशेषज्ञों की टीम
- मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के विशेषज्ञों की टीम
- एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB)
दुर्घटना कैसे हुई?
एयर इंडिया की यह फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। उड़ान भरने के महज एक मिनट बाद ही प्लेन अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 275 लोगों की जान चली गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इंजन लॉक होने की वजह से यह हादसा हुआ। विमान का पिछला हिस्सा सबसे पहले बी.जे. मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग की छत से टकराया, जिससे जोरदार धमाका हुआ और विमान के जलते हुए हिस्से लगभग 300 मीटर के दायरे में फैल गए। यहां तक कि डॉक्टरों के रेजिडेंशियल टावरों में भी विमान के टुकड़े घुस गए।
यह दुर्घटना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के इतिहास में अपनी तरह की पहली है, इसलिए इसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ा प्रभाव पड़ा है। ब्लैक बॉक्स की जानकारी से ही इस हादसे का असली कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा। ब्लैक बॉक्स शुक्रवार दोपहर बी.जे. मेडिकल कॉलेज के क्वार्टर्स की छत पर गिरी विमान की टेल से बरामद किया गया है।