सूरत | अहमदाबाद में 12 जून को अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है। इस दुर्घटना में सैकड़ों निर्दोष लोगों की दुखद मृत्यु ने न केवल पीड़ित परिवारों को, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। इस राष्ट्रीय शोक की घड़ी में सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने भी संवेदनाओं के साथ अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और यह संदेश दिया कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश एक साथ खड़ा है।
फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा) के आह्वान पर 13 जून को शाम 6:30 बजे सूरत की प्रमुख कपड़ा मार्केटों — जैसे कि रिंग रोड, सौभाग्य मार्केट, मधुवन मार्केट, मिलेनियम टेक्सटाइल मार्केट आदि में एक साथ श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की गईं। इस दौरान सैकड़ों व्यापारियों और मार्केट कमिटी के सदस्यों ने अपने-अपने परिसरों में एकत्र होकर मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
फोस्टा अध्यक्ष कैलास हाकिम ने जानकारी देते हुए बताया, “इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सूरत के व्यापारियों ने न केवल शोक जताया है, बल्कि यह संकल्प भी लिया है कि जब भी देश पर कोई विपदा आएगी, हम सभी मानवता के आधार पर एकजुट होकर सहयोग करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “आज कपड़ा व्यापार सिर्फ मुनाफे का जरिया नहीं रहा, यह समाजसेवा और राष्ट्रीय जिम्मेदारी का भी हिस्सा बन चुका है। हमारी मार्केट्स सिर्फ व्यापार की जगह नहीं हैं, बल्कि समाज की धड़कन का हिस्सा हैं। जब समाज रोता है, हम भी रोते हैं, जब देश दुख में होता है, हम भी दुःखी होते हैं।”
इस आयोजन ने सूरत के व्यावसायिक समुदाय की सामाजिक जागरूकता, करुणा और राष्ट्रीय एकजुटता को दर्शाया। व्यापारियों ने मोमबत्तियाँ जलाकर और शोक संदेश लिखकर यह दर्शाया कि वे सिर्फ व्यवसाय में नहीं, बल्कि इंसानियत में भी अग्रणी हैं।
अंत में, सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में यह संदेश दिया कि “विपत्ति की घड़ी में धर्म, जाति या वर्ग से ऊपर उठकर इंसानियत और एकता ही सबसे बड़ी शक्ति है।”