गुजरात के बनासकांठा जिले के वडगाम तालुका के छापी गांव में असली पुलिस ने एक नकली डिप्टी एसपी (DySP) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी खुद को मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिकारी बताकर एक बिल्डर को झांसे में लेकर 38 लाख रुपये ठग चुका था। बिल्डर की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा। नकली अधिकारी की गिरफ्तारी से पूरे छापी क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
बिल्डर की ऑफिस में बैठता था अधिकारी बनकर
छापी स्थित शुकुन विला बंगलोज़ में छह महीने पहले मोडासा तालुका के सरडोई गांव का निवासी जीतेंद्रसिंह उदयसिंह राठौड़ नामक व्यक्ति आया और खुद को डिप्टी एसपी बताते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात है। उसने एक मकान के लिए 30 लाख की कीमत पर केवल 50,000 रुपये देकर बुकिंग की थी। बाद में मकान का निर्माण अधूरा रहने पर वह किराए के मकान में रहने लगा, लेकिन बिल्डर की ऑफिस में आकर अक्सर बैठता रहता था जिससे उस पर भरोसा बन गया।
38 लाख की ठगी
20 फरवरी 2025 को जीतेंद्रसिंह ने बिल्डर विजयभाई चौधरी और उनके भाई धनराजभाई से कहा कि उसने गांधीनगर के कुंडासन गांव में 70 लाख रुपये की जमीन खरीदी है और उसे सिर्फ 15 दिनों के लिए पैसों की जरूरत है। उस पर भरोसा कर दोनों भाइयों ने 38 लाख रुपये नकद उधार दे दिए। लेकिन तय समय पर पैसे न लौटाकर वह फरार हो गया।
पुलिस जांच में हुआ भंडाफोड़
बिल्डर को जब शक हुआ तो उसने पुलिस से जांच करवाई। जांच में सामने आया कि इस नाम का कोई व्यक्ति न तो पुलिस विभाग में कार्यरत है और न ही मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात है। ठगी का एहसास होते ही पीड़ित बिल्डर ने छापी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
इको स्पोर्ट कार के साथ गिरफ्तार
छापी की पीआई हीनाबेन वाघेला और कॉन्स्टेबल सुरेशभाई की टीम ने आरोपी जीतेंद्रसिंह राठौड़ को उसकी इको स्पोर्ट कार के साथ छापी हाइवे से गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया गया।