आपुवा ने सरकार से अपना आदेश को वापस लेने की मांग की

इटानगर, 04 मार्च (हि.स.)। अखिल अरुणाचल प्रदेश वर्कर यूनियन (आपुवा) ने राज्य सरकार से 60 वर्ष की आयु के साथ आकस्मिक श्रमिकों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के संबंध में अपने हालिया आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है।

आपुवा के उपाध्यक्ष तादर चेकू ने आज अरुणाचल प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि बीते 28 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश सरकार ने आकस्मिक श्रमिकों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष करने के संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। यह अधिसूचना हाल ही में कैबिनेट की बैठक के फैसले के बाद की गयी थी और निर्देश दिया गया था कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि सभी आकस्मिक कर्मचारियों को अरुणाचल प्रदेश सरकार से बिना किसी लाभ के 60 वर्ष की आयु में सेवामुक्त कर दिया जाए। हम अधिसूचना पर कड़ी आपत्ति जताते हैं और राज्य सरकार से उनके हालिया आदेश को रद्द करने की मांग करते हैं। क्योंकि, इस संबंध में हमने पहले ही 30 जनवरी को गृह मंत्री मामा नाटुंग के माध्यम से राज्य सरकार को एक ज्ञापन सौंपा था।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार 60 वर्ष की सेवानिवृत्ति की आयु तक नियमित किए बिना आकस्मिक कर्मचारियों को सेवानिवृत्त करती है, तो उन्हें संबंधित परिवार के बेहतर जीवन यापन के लिए उनके परिवार के किसी सदस्य को गोल्डन हैंडशेक या आकस्मिकता के रूप में 15 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाना चाहिए। जिन्होंने विभाग के साथ-साथ राज्य के लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया। लेकिन फिर भी सरकार द्वारा हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि आज यूनियन ने राज्य सरकार को हमारी मांगों पर प्रतिक्रिया देने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे लोकतांत्रिक आंदोलन शुरू करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी

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