किसी तरह का धरना और हड़ताल जनता विरोधी माने जाएंगे : मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 5 मई (हि.स.)। पंजाब के किसान संगठनों के 6 मई को शंभू पुलिस थाना का घेराव का ऐलान किए जाने के बाद सोमवार को पुलिस ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत दर्जनों नेताओं को घरों में ही नजरबंद कर दिया। किसान नेताओं के घरों के बाहर पुलिस का पहरा लग गया है। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि ऐसे धरने और हड़ताल को जनता विरोधी माना जाएगा। जो ऐसा करेगा, वह सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
पंजाब के किसानों के 6 मई को शंभू पुलिस थाना के बाहर प्रदर्शन का ऐलान करने के बाद पुलिस सतर्क है। सोमवार को अल सुबह पुलिस जगजीत सिंह डल्लेवाल के घर पहुंची और उन्हें घर में ही नजरबंद करने की जानकारी दी। डल्लेवाल ने खुद सोशल मीडिया पर लाइव आकर इसकी जानकारी दी। इस बीच जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि सभी जानते हैं कि मैं ज्यादा चल-फिर नहीं सकता। इसके बावजूद सरकार डरी हुई है और मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। ऐसे आदेश सरकार की तरफ से दिए जा रहे हैं।
डल्लेवाल ने कहा कि पटियाला में कुछ स्थानों पर लोगों ने नेताओं, उनके करीबियों और खनौरी बॉर्डर के पुलिस मुलाजिमों के पास से ट्राॅलियां बरामद की हैं। हमारी मांग थी कि इन मामलों में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पर्चे दर्ज किए जाएं। अब स्थिति यह है कि दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय, किसानों का सामान ढूंढकर लौटाने वालों के खिलाफ ही मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
इस बीच पंजाब विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने भगवंत सिंह मान ने एक वीडियो जारी कर कहा कि पंजाब में सडक़ों को जाम करना, ट्रेनों को रोकना या आम लोगों को परेशान करना और उनके रोजमर्रा के कामकाज में बाधा डालने वाले किसी भी प्रकार के ऐलान, धरने या हड़ताल आदि जनता को परेशान करना माना जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी संस्थाओं, संगठनों और यूनियनों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि विरोध दर्ज कराने के और भी तरीके हो सकते हैं, लेकिन केवल लोगों को परेशान करना उचित नहीं है। यदि ऐसा किया गया तो इसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा