सूरत

खूंखार आतंकी यासीन भटकल ने सूरत पर परमाणु हमला करने की रची थी साजिश

आतंकी यासीन भटकल ने सूरत में 29 जगहों पर बम रखे थे, जो फटे नहीं

खूंखार आतंकी यासीन भटकल ने सूरत पर परमाणु हमला करने की साजिश रची थी

यासीन भटकल ने सूरत में बड़ा स्लीपर सेल भी बनाया, NIA सूरत में भी स्लीपर सेल पर रख रही है नजर

यासीन भटकल की स्लीपर बिक्री में कुछ रीयल एस्टेट प्रमुखों के शामिल होने की बात आई सामने, सूरत पुलिस भी अलर्ट पर

भारत सरकार की राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में सामने आए खौफनाक खुलासा

सूरत। एनआईए की जांच में सामने आया कि आतंकी यासीन भटकल सूरत में परमाणु बम विस्फोट करना चाहता था। यासीन भटकल ने सूरत में एक बहुत बड़ा स्लीपर सेल स्थापित किया था।चर्चा है कि इस खतरनाक आतंकी के स्लीपर सेल में सूरत के कुछ रियल एस्टेट प्रमुख हैं जो सिमी के सक्रिय सदस्य थे और बाद में इंडियन मुजाहिदीन ग्रुप बनाया था। इस मामले में एनआईए ने जांच शुरू कर दी है।

यासीन भटकल सूरत में ऐसा हमला करना चाहता था जिससे पूरी दुनिया हिल जाए। एनआईए को भी झटका तब लगा जब परमाणु बम से सूरत को देश के नक्शे से मिटाने की योजना का खुलासा हुआ। आज भी एनआईए को शक है कि यासीन भटकल का बनाया स्लीपर सेल कभी भी शहर में तबाही मचा सकता है। इसलिए एनआईए सूरत को काफी गंभीरता से ले रही है। इसके अलावा सूरत पुलिस भी इस गंभीर मामले में सक्रिय है।

सूरत में एनआईए का दफ्तर खुलने का काम जोरों पर

सूरत में परमाणु हमला करने की इच्छा रखने वाले यासीन भटकल का ब्योरा सामने आने के बाद एनआईए ने सूरत में भी काम करना शुरू कर दिया। एनआईए की सूरत और आतंकियों के स्लीपर सेल पर पैनी नजर है। इसमें वे लोग शामिल हैं जो पूर्व में आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक सूरत में एनआईए के रडार पर कई लोग हैं। पिछले एक साल में एनआईए ने ऐसे पांच संदिग्धों तक पहुंच बनाई है जो पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों के साथ सक्रिय हैं। बेशक सरकार की आक्रामकता के कारण देशद्रोही तत्वों की नींद हराम हो गई है।

आतंकी यासीन भटकल ने सूरत में 29 जगहों पर बम रखे थे, जो फटे नहीं

यासीन भटकल ने सूरत में 29 जगहों पर बम रखे थे। साल 2008 में सूरत में अलग-अलग जगहों पर रखे गए इन बमों में विस्फोट नहीं हुआ था। बाद में जांच के दौरान पता चला कि ये बम भरूच की लुकमान पार्क सोसाइटी में बनाए गए थे। जिसमें सूरत के भरीमाता रोड स्थित धस्तीपुरा में चिप लगाई गई थी। बम में दो डेटोनेटर लगे होने के कारण उसमें विस्फोट नहीं हुआ क्योंकि सर्किट सक्रिय नहीं था। यासीन भटक इस कांड का मुख्य खलनायक बताया जा रहा है। सूरत में हुए बम कांड में जांच के दौरान गुजरात पुलिस को भी बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने भरूच के लुकमान पार्क सोसाइटी में रहने वाले सूरत के रहने वाले साजिद मंसूरी को गिरफ्तार किया और तब से अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

यासीन भटकल पहले सिमी में सक्रिय था

आतंकी यासीन भटकल पहले सिमी में सक्रिय था। उसके बाद लस्कर ए तायबा के सहयोग से उसने सूरत, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, दिल्ली में बम धमाके किए. भटकल साइकिल और स्कूटर में टिफिन बम रखने के लिए कुख्यात था। जिसके कई इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। भटकल विस्फोटक और आईआईडी तैयार करने में अहम भूमिका निभाता है। बता दे यासीन भटकल बिहार में डॉक्टर बन गया और उसने वही से अपना स्लीपर सेल सक्रिय कर दिया था।

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