
सूरत/चेन्नई। अमरोली में 5.80 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ पकड़े गए तीन आरोपियों से सघन पूछताछ के बाद एसओजी पुलिस को नकली नोट बदलने के मास्टरमाइंड को चेन्नई से दबोचने में सफलता प्राप्त हुई है। चेन्नई के ईश्वरिया नगर में रहने वाले सूर्या सेल्वराज के घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस को 17 लाख रुपये के और नोट मिले। आरोपी के घर नकली नोट छापने की मशीन मिलने से खुद पुलिस टीम भी हैरान रह गई। पुलिस द्वारा आरोपी के घर से तीन पैसे छापने के कलर प्रिंटर साहित का मुद्दा माल जब्त किया गया।

फ़िलहाल रिलीज़ हुई वेबसीरीज एक ऐसी घटना लेकर आई है जो फ़र्ज़ी से टकराएगी। गत 14 अप्रैल को छपराभाटा निवासी शांतिलाल भंवरलाल मेवाड़ा, खटोदरा निवासी विष्णु मिश्रीलाल मेवाड़ा को अमरोली में 5.79 लाख रुपये मूल्य के 500 रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि इन दोनों आरोपियों ने बेंगलुरू में रहने वाले माइकल फर्नांडीज से नोट खरीदे थे।

जिसके आधार पर पुलिस ने बेंगलुरु में छापेमारी कर माइकल को गिरफ्तार किया था। पुलिस की छापेमारी के दौरान माइकल फर्नांडीज के पास से 4.98 लाख रुपये के नकली नोट भी जब्त किए गए। इन तीनों आरोपियों से सघन पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड चेन्नई में रह रहा था और वहीं से पूरे देश में नकली नोट पहुंचाने का नेटवर्क चला रहा था।
शेयर बाजार में घाटा होने पर शॉर्टकट अपनाया
सूर्या सेल्वराज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे से पुलिस भी दंग रह गई। आरोपी ने बताया कि 2016-17 में शेयर बाजार में भारी नुकसान से वह टूट गया था। कम समय में ज्यादा रुपए कमाने के लालच में उसने नकली नोट बनाने शुरू कर दिए। यह भी पाया गया कि आरोपी ने 3-डी एनिमेशन का कोर्स किया था। जिसके लिए उसने सबसे पहले इंटरनेट के जरिए नकली नोट बनाने की जानकारी हासिल की। नकली नोटों के लिए स्टांप पेपर का इस्तेमाल शेयर बाजार के कारोबार से जुड़े होने के कारण आरोपी ने राइट-वे कैपिटल नाम से एक कंपनी भी शुरू की।

जिसमें वह ग्राहकों के साथ स्टाम्प पेपर पर एक समझौता कर रहा था, उसने इन स्टाम्प पेपरों का उपयोग करके नकली नोट बनाना उचित समझा और फिर उसने अपने ही घर में धीरे-धीरे नकली नोट बनाना शुरू कर दिया। उसके लिए नोट छापने के स्टांप पेपर से लेकर कलर प्रिंटर, वॉटर मार्कर, लेमिनेशन और अन्य उपकरण सामग्री चेन्नई के स्थानीय बाजार से खरीदी गई और काफी मशक्कत के बाद वह उच्च गुणवत्ता वाले नकली करेंसी नोट बनाने में सफल रहा।
कॉटन चाइना पेपर ऑनलाइन ऑर्डर किया गया
एक बार आरोपी सूर्या उच्च गुणवत्ता वाले करेंसी नोट बनाने के बाद बिहार के एक व्यक्ति के संपर्क में आया। जिसने बेहतर नकली नोट बनाने के लिए कॉटन चाइना पेपर ऑनलाइन आर्डर दिया गया।
अब तक दो करोड़ से ज्यादा नोट छापे जा चुके हैं
आरोपी सूर्या ने अगस्त 2022 में नकली नोट छापना शुरू किया और महज सात महीने में देश के अलग-अलग राज्यों में अपना नेटवर्क स्थापित करने में कामयाब हो गया। पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी अब तक महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, बिहार और तेलंगाना में 2.12 करोड़ रुपये के नकली नोट का काला कारोबार कर चुका है। सूरत में गिरफ्तार किए गए माइकल फर्नांडीज को सूर्या अब तक 79 लाख रुपए के नकली नोट पहुंचा चुका है। जिसके बदले उन्हें 15 लाख रुपए मिले।