पिछले 9 साल में विदेशों से 360 प्राचीन मूर्तियों को भारत लाकर की पुनस्थापना : अमित शाह
सारंगपुर में बोले गृह मंत्री-पवित्र गंगा नदी का गुणात्मक शुद्धिकरण व भारतीय भाषाओं का सम्मान बढ़ाने का केन्द्र सरकार ने काम किया

बोटाद/अहमदाबाद। बोटाद जिले के सारंगपुर में कष्टभंजनदेव भोजनालय के लोकार्पण के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के कार्यकाल में भारतीय संस्कृति के तीर्थस्थानों का जीर्णोंद्धार का विराट कार्य किया गया है। पावागढ में सदियों बाद धर्म ध्वजा लहराया गया। इसके अलावा अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के लिए हजारों संतों और योद्धाओं के बलिदान के बाद श्रीराम मंदिर का निर्माण उनका सबसे बड़ा सम्मान है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गोपालानंद स्वामी के हाथों प्रतिष्ठित श्रीसारंगपुर धाम की महिमा है कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में दुख, दर्द और संकट आते हैं तो उसे श्रीकष्टभंजन देव याद आते हैं। इसका निजी अनुभव उन्हें भी है। गोपालानंद स्वामी ने सहजानंद स्वामी को आजीवन सेवा किया जिसके पुण्य से हनुमानजी की मूर्ति को प्रतिष्ठित किया गया जिसका प्रताप सभी अनुभव कर रहे हैं। शाह ने कहा कि हनुमान दादा के मंदिर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सही तरह से दर्शन हो और यहां भोजन प्रसाद की उत्तम व्यवस्था के तहत यह संभवत: पहला तीर्थ बना है।

भाजपा की स्थापना को लेकर शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने मुंबई में भाजपा की स्थापना की थी। हनुमान दादा के प्रताप से 16 राज्यों समेत 400 से अधिक सीटों के साथ केन्द्र में सरकार है। शाह ने कहा कि पिछले 10 साल के दौरान नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति का ध्वज विश्व भर में बुलंद हुआ है। 5 अगस्त, 2021 को नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति से धारा 370 को हटाया गया। शाह ने कहा कि देश के लिए पीएम मोदी ने कठोर निर्णय लेकर बेहतर परिणाम लाए हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, पवित्र गंगा नदी का गुणात्मक शुद्धिकरण जैसे कई कार्य पिछले 9 साल में किए गए जिसका सभी देशवासियों को खुशी है। विदेश से 360 पौराणिक मूर्तियों का निज मंदिरों में पुन:स्थापना की गई। भारतीय भाषाओं को सम्मान दिलाने का काम पीएम मोदी ने किया है।

आयोजन में वडताल स्वामीनारायण मंदिर के आचार्य राकेश प्रसाद महाराज, वडताल धााम के टेम्पल बोर्ड के पदाधिकारी शास्त्री स्वामी हरिप्रकाशदासजी (अथाणावाला), वडतालधाम टेम्पल बोर्ड एवं संप्रदाय के संत विवेकसागर स्वामी, विष्णु प्रकाश दास समेत विधायक कालूभाई डाभी, डीके स्वामी, रमणलाल वोरा, कांति अमृतिया आदि मौजूद रहे।