
सूरत। बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष सी.आर.पाटिल (C.R.Patil) से 8 करोड़ की रंगदारी (Extorsion) मांगने वाले जिनेंद्र शाह (Jinendra Shah) को सूरत क्राइम ब्रांच (SuratCrimeBranch) ने गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच ने उसे सूरत (Surat) कोर्ट (Surat Court) में पेश किया तो सूरत कोर्ट ने उसकी 3 दिन की रिमांड मंजूर कर लिया है। इस मामले में भटार में रहने वाले बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता सनी ठक्कर ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी।
जिनेंद्र शाह का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल पर आरोप लगाने और उन्हें बदनाम करने वाला एक वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में जिनेंद्र ने आरोप लगाया था कि उन्होंने सीआर पाटिल के कहने पर पार्टी फंड से 80 करोड़ रुपये निकाले हैं। वीडियो में कहा गया है कि सीआर पाटिल ने यह फंड पार्टी को नहीं दिया और इसकी जांच होनी चाहिए। इस तरह जिनेंद्र ने आठ करोड़ रुपये की फिरौती नहीं देने पर सीआर पाटिल के और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इस मामले में दो दिन पहले सूरत क्राइम ब्रांच ने जिनेंद्र को गिरफ्तार किया था।
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने जो बिंदु पेश किए हैं, उनमें आरोपी जिनेंद्र शाह खुद इस बात से इनकार कर रहा है कि उसने ये वीडियो वायरल नहीं किए। बताया गया है कि विजय राजपूत नाम के इसाम ने इसे वायरल किया है। इसलिए विजय राजपूत के वर्तमान ठिकाने की जांच के लिए रिमांड मांगी गई थी।
इसके अलावा जिनेंद्र के बैंक खाते की जांच होनी बाकी है। अभी इस बात की जांच होनी बाकी है कि क्या जिनेंद्र ने पहले भी किसी और को इस तरह से ब्लैक मेल किया है। इसके अलावा प्रदेश के शीर्ष नेता को बदनाम करने वाले इस वीडियो को वायरल करने में किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका की अभी जांच होनी बाकी है। पता चला है कि क्राइम ब्रांच की मांग पर चीफ कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड का आदेश दिया था। डीजीपी डोबरिया वकील के रूप में उपस्थित थे। इस मामले में किसने बहस की, इसकी जानकारी है।
इस मामले में दो दिन से क्राइम ब्रांच की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। लेकिन इस मामले की एफआईआर नियमानुसार क्राइम ब्रांच द्वारा प्रकाशित नहीं की गई। इसमें मामले को बेहद संवेदनशील बताते हुए एफआईआर को ऑनलाइन नहीं दिखाया गया। कुल मिलाकर कहें तो इस हाई प्रोफाइल मामले का ब्यौरा अब कोर्ट परिसर से सामने आया है।