उपग्रह चित्रों से हमलों की पुष्टि, सैन्य ढांचे को भारी नुकसान
भारत का सटीक प्रतिशोध
10 मई को पाकिस्तान द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की नाकाम कोशिश के बाद, भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के आठ प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया। यह हमले सटीक और योजनाबद्ध थे, जिनका उद्देश्य था केवल सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचाना और आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की हानि से बचाना।
उपग्रह चित्रों से मिली पुष्टि
भारत के रक्षा मंत्रालय और कुछ निजी सैटेलाइट सेवा प्रदाताओं द्वारा जारी किए गए चित्रों ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। जियो-इंटेलिजेंस विशेषज्ञ डेमियन सायमॉन ने कहा कि इन चित्रों से स्पष्ट है कि भारतीय वायुसेना ने रणनीतिक रूप से जरूरी ठिकानों पर हमले किए।
कहां-कहां हुए हमले?
नूर खान एयरबेस, रावलपिंडी
यहां एक संचालन भवन और कुछ सैन्य वाहन क्षतिग्रस्त पाए गए। वाहन पूरी तरह से नष्ट हो गए जबकि भवन को भी गंभीर नुकसान पहुंचा।
सरगोधा एयरबेस, पंजाब
यहां रनवे पर दो स्थानों पर हमले हुए, जिससे उड़ानें पूरी तरह से बाधित हो गईं। मरम्मत के बिना यहां से संचालन असंभव है।
शाहबाज एयरबेस, जैकोबाबाद, सिंध
यहां हैंगर पर हमला हुआ जो एटीसी टॉवर के पास स्थित था। हालांकि एटीसी टॉवर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
रहीम यार खान एयरबेस, पंजाब
इस ठिकाने पर रनवे को भारी नुकसान पहुंचा है। सैटेलाइट चित्रों के अनुसार, संरचनात्मक परतें तक उजागर हो चुकी हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि यहां लंबे समय तक गतिविधि बाधित रहेगी।
भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन
विशेषज्ञों का कहना है कि इन हमलों ने भारत और पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं में तकनीकी और रणनीतिक अंतर को स्पष्ट कर दिया है। भारतीय हमले अत्यधिक सटीक और सीमित दायरे में किए गए, जिससे केवल सैन्य संपत्तियों को नुकसान हुआ।