10वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण छात्र को पुनः प्रवेश देने का लिया जा सकता है निर्णय
छात्रों के प्रवेश लेने के संबंध में लिया जा सकता है फैसला

गुजरात। शिक्षा बोर्ड ने रातों रात 10वीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों के दोबारा प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया। जब बोर्ड ने अपने नियमों में संशोधन किया तो शिकायत मिली कि राज्य के गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के साथ गलत हो रहा है। इस संबंध में अभ्यावेदन के बावजूद निर्णय लागू किया गया था। लेकिन हाल ही में प्रशासकों द्वारा शिक्षा मंत्री और उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुतीकरण के बाद इस निर्णय को बदलने पर सहमति बनी।

लिहाजा अब नए साल से ऐसी संभावना है कि 10वीं कक्षा में फेल हुए छात्रों के नियमित छात्रों के रूप में फिर से प्रवेश लेने के संबंध में फैसला लिया जा सकता है। बोर्ड के सचिव से पूछने पर उन्होंने कहा कि बोर्ड की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। गुजरात माध्यमिक शिक्षा विनियम, 1974 के प्रावधानों के अनुसार, कक्षा -10 की बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों को स्कूल की प्रति कक्षा 10 प्रतिशत छात्रों की सीमा के भीतर पुनः प्रवेश देने के बाद बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई थी। और नियमित छात्रों की तरह शिक्षण कार्य कर रहे हैं।
लेकिन शिक्षा बोर्ड ने रातों-रात इस फैसले को बदल दिया। इस वजह से कई स्कूलों में वर्ष-2022 की बोर्ड परीक्षा चल रही थी और नियमित फॉर्म भरने वाले छात्रों के रिपीटर के रूप में फार्म भरना था।