सूरत पुलिस का खौफ, गांजा लाने के लिए माफिया अपना रहे हैं ये तरीका
ड्रग्स और गांजे के भाव में 4 गुना बढ़ोतरी

सूरत। ग्रामीण एसओजी (एसओजी) ने दो दिन पूर्व कामरेज के गन्ने के खेत से दोनों आरोपितों से 33.47 लाख कीमत का 334.740 किलोग्राम ड्रग्स के साथ उन्हे पकड़ लिया गया है। सूरत एसओजी ने आज गांजो मंगवाने वाले सूरत के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के डर से अब गांजा ट्रेन की जगह ट्रक में हाईवे से लाया जा रहा है।

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वेडरोड निवासी एमजे प्रधान नामक व्यक्ति ने इतनी मात्रा में गांजा मंगवाया था। जिसके बाद एस.ओ.जी. पीआई एपी चौधरी ने सूरत शहर छोड़ने से पहले गांजा की मात्रा का आदेश देने वाले आरोपी को पकड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी। इसी दौरान एएसआई जालूभाई मगनभाई व हेको रामजीभाई मोहनभाई को सूचना मिली कि आरोपी सरथाना डायमंड नगर के पास है। सूचना के आधार पर आरोपी मृत्युंजय उर्फ एम.जे. प्रधान दिवाकर पडियारी (निवासी कृष्णा नगर सोसाइटी वेडरोड कटारगाम व मूल निवासी गंजम ओडिशा) को पकड़ा लिया गया।
ड्रग्स और गांजे के भाव में 4 गुना बढ़ोतरी
पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर द्वारा शुरू किए गए नो ड्रग्स इन सिटी अभियान से ड्रग माफिया भूमिगत हो गए। हालांकि उसके बाद भी शहर में छोटे-बड़े मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों की पुलिस ने कमर तोड़ दी है। जिससे शहर में इसके दाम चार गुना हो गए हैं। एक ग्राम ड्रग्स जहां 2 हजार से 2500 तक मिलती थी, वह अब 7 से 8 हजार में बिक रही है। वहीं पुलिस भी इस पर नजर बनाए हुए है। नशे के सौदागर गांजा का भी दाम चौगुना कर बेच रहे हैं।