महाराष्ट्र | लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह चुनाव “मैच फिक्सिंग” का नतीजा था और बीजेपी के पक्ष में रिग किया गया। राहुल ने आगाह किया कि यही तरीका अब बिहार में भी दोहराया जा सकता है, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं।
राहुल गांधी ने एक अखबार में प्रकाशित अपने लेख को X (ट्विटर) पर साझा किया, जिसका शीर्षक था – “चुनाव कैसे चुराएं?” इसमें उन्होंने महाराष्ट्र चुनावों को “लोकतंत्र की धांधली का खाका (blueprint)” बताया और दावा किया कि पांच चरणों में चुनावों में हेरफेर किया गया।
राहुल गांधी द्वारा बताए गए ‘चुनाव चुराने’ के पांच चरण:
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चुनाव आयोग की नियुक्ति के पैनल को रिग करो
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मतदाता सूची में फर्जी वोटर्स जोड़ो
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मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाओ
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जहां बीजेपी को जीत चाहिए, वहां फर्जी वोटिंग कराओ
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सबूतों को छिपाओ
राहुल ने कहा कि ये प्रक्रिया “मैच फिक्सिंग” जैसी है, जिसमें भले ही जीत मिल जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाएं और जनता का चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा खत्म हो जाता है।
उन्होंने लिखा,
“बीजेपी को महाराष्ट्र में हार का डर था, इसलिए इस तरह की रणनीति अपनाई गई। लेकिन सभी भारतीयों को इस सबूत को देखना चाहिए, खुद फैसला करना चाहिए और जवाब मांगना चाहिए।”
चुनाव परिणामों की बात करें तो:
2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति को बड़ी जीत मिली।
- बीजेपी को 132 सीटें,
- शिवसेना (शिंदे गुट) को 57 सीटें
- और एनसीपी (अजित पवार गुट) को 41 सीटें मिलीं।
वहीं विपक्षी महाविकास आघाड़ी (MVA) को झटका लगा:
- कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें,
- शिवसेना (उद्धव गुट) को 20,
- और एनसीपी (शरद पवार गुट) को 10 सीटें मिलीं।
कांग्रेस द्वारा मतदान प्रतिशत और वोटिंग डेटा में अनियमितता के आरोपों पर, चुनाव आयोग (ECI) ने स्पष्टीकरण जारी किया।
आयोग ने कहा कि 5 बजे और 11:45 बजे के बीच मतदान आंकड़ों में जो अंतर आया, वह डेटा एग्रीगेशन की सामान्य प्रक्रिया थी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वोटर्स की सूची में कोई मनमाना फेरबदल नहीं किया गया, और सभी रिपोर्टेड अनियमितताएं मामूली और असरहीन थीं।
राहुल गांधी ने अंत में कहा,
मैच फिक्स किए गए चुनाव किसी भी लोकतंत्र के लिए जहर हैं