
गुजरात। गुजरात में शिक्षक बनना चाहते हैं तो अब टीएटी पास करने के लिए दो बार परीक्षा देनी होगी। जी हां पहली परीक्षा पास करने वालों को ही दूसरी परीक्षा देने का मौका मिलेगा। राज्य सरकार ने परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षक बनने के लिए टीएटी परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है। यानी अगर उम्मीदवार शिक्षक बनना चाहता है तो उसे दो परीक्षाएं देनी अनिवार्य हैं। नई व्यवस्था के अनुसार अब अभ्यर्थियों को दो स्तरीय परीक्षा प्रणाली से गुजरना होगा।

पहली परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को दूसरी परीक्षा में प्रवेश मिलेगा। पहली परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों की होगी जबकि दूसरी वर्णनात्मक परीक्षा होगी। बता दे कि शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए तरीका बदला गया है। अब शिक्षा विभाग ने सर्कुलर प्रकाशित कर यह फैसला किया है।
नई शिक्षा नीति के तहत अब होगी दो परीक्षाएं
नई शिक्षा नीति के तहत अब से दो परीक्षाएं कराई जाएंगी। जिसमें (1) शिक्षक अभिक्षमता परीक्षा माध्यमिक एवं (2) शिक्षक अभिक्षमता परीक्षा उच्चतर माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती हेतु आयोजित की जाती है। ये दोनों परीक्षाएं राज्य परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएंगी। पहले प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की जाएगी और उसके बाद मुख्य परीक्षा यानी परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति के अनुसार निर्णय लिया है।