सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति द्वारा संचालित स्कूलों के आसपास अवैध अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी को लेकर शिक्षा समिति ने सूरत महानगरपालिका को पत्र लिखकर स्कूल परिसरों के पास हो रहे अवैध अतिक्रमण को स्थायी रूप से हटाने की मांग की है। अतिक्रमण की वजह से न सिर्फ गंदगी फैल रही है, बल्कि छात्रों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है और पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
सगरामपुरा की स्कूलों में अतिक्रमण की भरमार
शिक्षा समिति ने विशेष रूप से सगरामपुरा की कोपची वाड़ और हाफेसजी स्ट्रीट स्थित शाला क्रमांक-25 के बाहर हो रहे अतिक्रमण को लेकर सूरत नगर निगम के सेंट्रल जोन कार्यालय को पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया कि स्कूल के मेन गेट के पास स्थानीय रहवासियों द्वारा वाहन खड़े किए जाते हैं, लारियां लगाई जाती हैं और सामान भी रख दिया जाता है, जिससे छात्रों और स्टाफ को स्कूल में आने-जाने में काफी परेशानी होती है।
गेट के पास फैली गंदगी और अव्यवस्था
छात्रों को साइकिल पार्किंग में दिक्कत होती है और शिक्षकों को वाहन खड़ा करने की जगह नहीं मिलती। कई बार स्थानीय निवासियों को समझाने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल रहा है। यह समस्या सिर्फ एक स्कूल तक सीमित नहीं है, बल्कि सगरामपुरा हाफेसजी स्ट्रीट की शाला समेत अन्य कई नगर प्राथमिक शालाओं के सामने भी यही हाल है।
स्थायी समाधान की मांग
समिति ने मांग की है कि इन अतिक्रमणों को स्थायी रूप से हटाया जाए और स्कूली परिसर को सुरक्षित व स्वच्छ बनाया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ेगा। अब देखना यह है कि महानगरपालिका इस पर कितना गंभीर कदम उठाती है या फिर अतिक्रमण करने वालों के आगे झुक जाती है।