
सूरत। सूरत शहर में पिछले कुछ समय से औद्योगिक इकाइयों द्वारा अनुपचारित रासायनिक पानी को सीवरों और बरसाती नालों में छोड़े जाने की शिकायत के बाद सोमवार को ड्रेनेज कमेटी की बैठक में विभाग को औद्योगिक इकाइयों द्वारा नगर निगम के बरसाती नालों में छोड़े गए पानी की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा ड्रेनेज विभाग के कार्यों के टेंडर की समय सीमा पूरी हो जाने के बावजूद जो कार्य पूरे नहीं हुए हैं, उनका विवरण भी तत्काल पूरा करने का आदेश दिया गया है।
व्यापक शिकायत है कि सूरत नगर निगम सीमा के भीतर पांडेसरा, अश्विनीकुमार रोड और वराछा के कुछ क्षेत्रों में स्थित औद्योगिक इकाइयाँ रासायनिक पानी को नगर निगम के जल निकासी और बरसाती नालों में छोड़ रही हैं। विपक्ष के कुछ पार्षदों ने वीडियो के जरिए इसकी शिकायत की, जबकि लोगों की शिकायत है कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा इस तरह की गड़बड़ी की जा रही है, साथ ही नालियां चोक हो रही हैं और कई बार पानी सड़क पर आ रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
इसके अलावा विभाग को यह भी निर्देश दिया गया है कि समय सीमा के अंदर कितने काम पूरे किये गये और काम क्यों पूरा नहीं हुआ, इसका ब्योरा भी जमा करें। इसके अलावा ड्रेनेज कमेटी की बैठक में कोट क्षेत्र की सर्विस स्ट्रीट में जलनिकासी की सुविधा उपलब्ध कराने का भी अहम निर्णय लिया गया है।