सूरत में 1500 रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया जीएसटी अधीक्षक
एसीबी ने जीएसटी अधीक्षक रंजीत शाह को किया गिरफ्तार

सूरत- आपने सरकारी अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए देखा होगा जो बड़े पैमाने पर अपने पद का गलत फायदा उठाकर लोगों से रिश्वत लेते हैं। जो रिश्वत हजारों लाखों की होती है लेकिन सूरत के एक जीएसटी अधीक्षक ने मात्र 1500 की रिश्वत ली जो सभी के बीच एक चर्चा का विषय बन गई है। सीजीएसटी सूरत आयुक्तालय मे यह रिश्वत की अब तक की सबसे छोटी रकम होगी जिसे लेते हुये सीजीएसटी-सूरत डिवीजन-1 रेंज-3 के अधीक्षक महोदय एसीबी के हत्थे चढ गये । बुधवार को सीजीएसटी सुप्रिटेंजेंट रंजीत कुमार शाह का महज 1500 रूपये रिश्वत लेते हुये पकडे गए।

एसीबी के अघिकारिक सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीजीएसटी के नानपुरा बहुमाली बिल्डिंग के सामने स्थित डिवीजन -1, रेंज-3 मे कार्यरत सुप्रिटेंडेंट रंजीत कुमार पुत्र कृष्णा कुमार शाह बुधवार को उस समय एसीबी के हत्थे चढ गये जब वे करदाता से 1500 की रिश्वत ले रहे थे ।उन्होने करदाता से रिश्वत की यह रकम लेने के लिये उसे दिल्लीगेट फ्लाई ओवर के नीचे कैलाशपति महादेव मंदिर के बगल मे बुलाया था और करदाता की शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछा कर यही से रंजीत शाह को गिरफ्तार किया।
एसीबी ने जीएसटी अधीक्षक को किया गिरफ्तार
बताया गया कि करदाता ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन लेने के लिये आनलाईन आवेदन किया था एवं दस्तीवेजो का सत्यापन करने तथा पाजिटिव रिपोर्ट देने के लिये 3000 रूपये की मांग की थी । शिकायतकर्ता के पास रूपये की व्यवस्था नही होने से 1500 रूपये देना तय हुआ । शिकायत कर्ता द्वारा सम्पर्क किये जाने पर एसीबी के इंसपेक्टर ए के चौहान एवं उनकी टीम ने क्लास -2 अधिकारी रंजीत शाह को रिश्वत के 1500 रूपये समेत रंगे हाथो धर दबोचा। GST अधीक्षक का मात्र 1500 की रिश्वत लेना जीएसटी विभाग के लिए एक दाग जैसा है जो उनकी इमेज को खराब करने के लिए काफी है।