
सूरत। किन्नरों (Kinnar) और समाज (Society) के बीच एक तुलनात्मक सेतु बनाने के उद्देश्य से वेसु में किन्नरों के लिए एक फैशन शो (FashaionShow) का आयोजन किया गया और इस आयोजन का नाम तुल्यता भी रखा गया। यह फैशन शो इस मकसद से आयोजित किया गया था कि किन्नर (Kinnar) भी अलग-अलग क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर सकें और हर क्षेत्र में काम कर सकें।
किन्नरों को तीसरे लिंग के रूप में जाना जाता है, जो समाज में शुभ अवसरों पर भेंट व नेक लेकर अपना जीवन गुजारा करते हैं। हालांकि अब किन्नर धीरे-धीरे इस काम से कुछ अलग करना सीख रहे हैं और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा मिल सके इस मकसद से सूरत में एक फैशन शो का आयोजन किया गया। फैशन शो की आयोजक हेतलबेन ने कहा कि मैं किन्नारो के साथ कई सालों से जुड़ी हूं। उनका अभी भी समाज में ऐसी कोई हैसियत नहीं है कि वे समाज की तुलना में चल सकें।
आज के समाज में किन्नर सिर्फ ताली बजाकर और पैसे मांगकर जीवन के सुनहरे पल को खोना नही चाहती हैं, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों में काम करना चाहती हैं। इसलिए मैं पिछले दो साल से इन किन्नरों को फैशन शो के लिए तैयार कर रही हूं और तब जाकर 21 महिलाओं का फैशन शो कर पाई हूँ। जिनमें से कई किन्नर हैं जिन्हें कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान है। इन किन्नरों को फैशन शो के लिए तैयार होने में काफी वक्त लगा , लेकिन आज इन्हें बड़े तरीके से ट्रेनिंग दी गई है। कहा जाता है कि ये किन्नर साड़ी के लिए भी मॉडलिंग कर सकती हैं, कुछ छोटे रोल कर सकती हैं और कुछ अच्छी सिंगर बन सकती हैं।
फैशन शो से जुड़ी किन्नर नूरी कुंवर ने कहा कि फैशन शो करने का मुख्य उद्देश्य आज के समय में समाज के साथ समानता हासिल करना है। इस कार्यक्रम का आयोजन इस उद्देश्य से किया गया है कि हम भी समानता प्राप्त करें, लोगों की मानसिकता बदले और हम किन्नरों को लेकर लोगों के मन में जो पूर्वाग्रह है उसे दूर किया जा सकें। आज भी समाज में कई ऐसे बच्चे किन्नर के रूप में जन्म लेते हैं। इसका मकसद समाज में ऐसे बच्चों को उनके माता-पिता के घर में मौजूद रहकर उनके अंदर की छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाना और दूसरी चीजें सिखाना है। समाज के लोगों को यह भी पता होना चाहिए कि फैशन शो आप साड़ी में भी कर सकते हैं और यह सबसे अच्छा है, इसे दिखाना है।