सूरत | सूरत के वराछा क्षेत्र के योगी चौक इलाके में रहने वाले यार्न व्यापारी पर कुछ दिनों पहले उस समय फायरिंग की गई थी, जब वह मोपेड पर अपनी फैक्ट्री जा रहे थे। यह घटना परवत गांव स्थित अंजनीनंदन प्रोजेक्ट की निर्माण साइट के पास हुई थी। हमले में व्यापारी संजयभाई छगनभाई पडसाला की पीठ में गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का विवरण
गोडादरा पुलिस सूत्रों के अनुसार, वराछा के योगी चौक के पास स्थित कृष्णकुंज सोसाइटी में रहने वाले 42 वर्षीय संजयभाई पडसाला 23 मई की सुबह 10 बजे अपनी फैक्ट्री “श्री भक्ति एंटरप्राइज” (स्थित लिबायत नारायणनगर) जा रहे थे। तभी परवत गांव में अंजनीनंदन प्रोजेक्ट की साइट के सामने खाड़ी ब्रिज रोड पर पीछे से बाइक पर आए एक अज्ञात व्यक्ति ने उन पर फायरिंग की और फरार हो गया। गोली संजयभाई की पीठ में लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोडादरा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें क्राइम ब्रांच भी शामिल हुई। शूटर्स को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 800 सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
आरोपी की कबूलात
जांच के दौरान पुलिस को खबर मिली कि संजयभाई पर फायरिंग हरिश गजेऱा ने करवाई है। पुलिस ने हरिश गजेऱा को गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ करने पर चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। हरिश ने स्वीकार किया कि संजयभाई की हत्या के लिए सुपारी उनके मित्र भूपत केशुभाई धडुक ने दी थी।
दोनों थे घनिष्ठ मित्र
संजयभाई और भूपत धडुक एक ही सोसाइटी में रहते थे और बहुत अच्छे दोस्त थे। लेकिन पिछले डेढ़ साल से संजयभाई का भूपत की पत्नी के साथ प्रेम संबंध चल रहा था। जब भूपत को इस बात का पता चला, तो उसने गुस्से में आकर संजयभाई की हत्या के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी दे दी। हरिश गजेऱा ने यह सुपारी लेकर रवी पितांबर प्रधान (निवासी: राखी मार्वेला विला, खरवासा, डिंडोली) को 20 लाख में दी, जिसने बाहर से शूटर्स बुलाए। हरिश ने रवी और उसके शूटर्स को संजयभाई की पहचान करवाई और रेकी करवाई।
जांच में प्रगति
पुलिस ने हरिश गजेऱा की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से सुपारी के 5 लाख रुपये बरामद किए हैं। अब पुलिस सुपारी देने वाले भूपत धडुक, सुपारी लेने वाले रवी प्रधानी और फायरिंग करने वाले शूटर की तलाश में जुटी हुई है।