शराब के अड्डे के खिलाफ हलपति समाज के नेताओं द्वारा नारेबाजी के साथ निकाली गई रैली
गोडादरा में मंदिर भूखंड पर बने शराब के अड्डे को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन

सूरत-शहर के गोडादरा स्थित हलपतिवास में अवैध शराब के अड्डे के खिलाफ स्थानीय लोगों ने आज मोर्चा निकालते हुए जिलाधिकारी को शिकायत की। शराब के ठेके के कारण क्षेत्र में बहन-बेटियों के साथ हो रहे छेड़छाड़ के कारण स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, इसकी शिकायत लेकर याचिका देने पहुंचे आदिवासी समाज के नागरिकों ने जल्द से जल्द शराब बंद कराने की मांग की।बता दे जिला कलक्टर द्वारा वर्ष 1992 में प्रखंड हलपति समाज के परिवारों के लिए 76p ब्लॉक बनाया गया था। जहां पिछले कुछ समय से एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा खुलेआम शराब बेची जा रही है।

मंदिर की जगह पर बनाया शराब का अड्डा
हलपति समाज द्वारा मंदिर के लिए आरक्षित प्लॉट पर तलिफ इदरीश मिर्जा उर्फ राजू-शीला नाम के एक मुस्लिम युवक ने शराब का ठिकाना बनाया है, जिससे हलपति समाज में काफी रोष है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि स्थानीय लोगों द्वारा इस बारे में कई बार गुहार लगाने के बावजूद शराब हैंगर चलाने वाले तलिफ इदरीश मिर्जा द्वारा नस्लभेदी अपमानजनक शब्द बोलकर इन लोगों को भगाया जा रहा है।
शराब की अड्डे के पास अक्सर होती है मारपीट
उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए आवंटित भूखंड पर शराब के ठेके से इन परिवारों की धार्मिक आस्था को भी नुकसान पहुंच रहा है। इसके अलावा इस इलाके में देर रात शराब के अड्डे को लेकर हमेशा मारपीट व असामाजिक तत्वों के होने से बहन-बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, स्थानीय लोगों ने आज मोर्चा निकाला और इस अड्डा को बंद करने के नारे के साथ जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र भेजा।

क्षेत्र के पार्षद भी आंख मूंद कर बैठे
गोडादरा क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहे शराब के अड्डों को लेकर भाजपा के अपने एस.टी. प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नीलेश मनहरभाई राठौर ने समुदाय के नेताओं और नागरिकों के साथ आज जिला कलेक्टर को एक आवेदन प्रस्तुत किया।इस दौरान उनका कहना था कि स्थानीय पार्षदों के सामने क्षेत्र के शराब ठेकों को बंद करने के लिए पेश करने के बावजूद ऐसा हो रहा है जैसे वे आंखें मूंदे हुए हैं। उन्होंने मंदिर परिसर में किसी धार्मिक व्यक्ति द्वारा चलाए जा रहे शराब ठेके के कारण आने वाले दिनों में उचित कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।