सूरत | अचानक मौसम में बदलाव के चलते मानसून समय से पहले शुरू हो गया है। मुंबई के साथ-साथ दक्षिण गुजरात में भी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 1 जून तक राज्य में बिखरी हुई बारिश की संभावना जताई है। आज (27 मई) अधिकांश जिलों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ छिटपुट बारिश की चेतावनी दी गई है।
सूरत जिले में सुबह से ही बारिश हो रही है। जिले के ओलपाड, कामरेज, मांगरोल और मांडवी सहित कई तालुकाओं में बारिश दर्ज की गई है। इस असमय बारिश के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। धान, आम और केले की फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर बारिश के कारण मौसम में ठंडक फैल गई है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
सूरत में धान की फसल मंडियों में जमा करवाने के लिए लंबी कतारें
सूरत जिले के कई गांवों में धान की कटाई कर चुके किसानों को एक बार फिर प्रकृति की मार का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के मौसम विभाग ने आगामी दिनों में सूरत सहित पूरे दक्षिण गुजरात में बारिश की संभावना जताई है, जिससे धान की फसल तैयार कर बैठे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों के अनुसार, पहले की असमय बारिश में उनकी फसल को पहले ही बड़ा नुकसान हो चुका है। अब मौसम विभाग की चेतावनी से घबराए कई किसान अपनी फसल को बचाने के लिए तुरंत धान मंडियों में जमा करवाने पहुँच गए हैं। लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिल रही, बल्कि अस्थिर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
भरूच जिले में करीब 2 इंच बारिश दर्ज की गई
भरूच में गरज-चमक के साथ देर रात से बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते चारों ओर पानी भर गया है जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण नौकरी और धंधे पर जाने वाले लोगों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
नवसारी जिले में 1.5 इंच से अधिक बारिश हुई
नवसारी जिले में देर रात भारी बारिश हुई। चिखली और वांसदा में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। असमय बारिश के कारण खासतौर पर खेती को नुकसान पहुंचा है। धान के खेतों में पानी भर जाने से बुवाई की पूर्व तैयारी प्रभावित हुई है, वहीं आम गिरने से किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है।