नई दिल्ली: भारत के दो विश्व कप विजेता टीमों का हिस्सा रहे अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। 36 वर्षीय चावला ने अपने 20 साल से अधिक लंबे करियर को अलविदा कहने की जानकारी इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए दी।
उन्होंने लिखा,
20 साल से अधिक समय तक मैदान पर रहने के बाद, अब इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। हालांकि मैं पिच से दूर जा रहा हूं, लेकिन क्रिकेट हमेशा मेरे भीतर जीवित रहेगा। अब मैं एक नई यात्रा की ओर बढ़ रहा हूं, इस खेल की सीख और भावना को साथ लेकर।”
चावला ने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और कुल 43 विकेट लिए।
वे 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप की विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे।
उन्होंने आगे कहा,
“भारत का प्रतिनिधित्व करना और दो विश्व कप विजेता टीमों का हिस्सा बनना मेरे लिए एक सौभाग्य रहा। ये यादें हमेशा मेरे दिल में बनी रहेंगी।”
आईपीएल को लेकर उन्होंने कहा,
“मैं उन सभी आईपीएल फ्रेंचाइजियों का आभारी हूं — पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस — जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। आईपीएल मेरे करियर का एक बेहद खास हिस्सा रहा है।”
कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 2014 के फाइनल में पंजाब किंग्स के खिलाफ विजयी रन बनाए थे।
संन्यास के इस मौके पर चावला ने अपने कोच श्री के. के. गौतम और स्व. श्री पंकज सरस्वत, और अपने दिवंगत पिता का भी भावुक होकर धन्यवाद किया।
चावला ने 15 साल की उम्र में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की शुरुआत की थी और 17 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था। वे सचिन तेंदुलकर को गुगली से आउट कर पहली बार सुर्खियों में आए थे।
उन्होंने घरेलू क्रिकेट में सभी प्रारूपों में मिलाकर 1000 से ज्यादा विकेट लिए हैं।