
अहमदाबाद। अहमदाबाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष नीरव बक्षी ने इस्तीफा दे दिया है। साथ ही शहर कांग्रेस महिला अध्यक्ष हेताबेन परीख ने भी त्यागपत्र दे दिया है। शहर कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के अचानक इस्तीफा देने से राजनीति गर्म हो गई है। एक साल पहले ही गुजरात कांग्रेस में उपाध्यक्ष के रूप में 25, महामंत्री के रूप में 75, प्रोटोकाल में 5 और 19 शहर-जिला प्रमुख मिलाकर कुल 124 नई नियुक्तियां की गई थी।

कांग्रेस के पार्षद और शहर अध्यक्ष नीरव बक्षी के अचानक इस्तीफे की खबर से चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। तरह-तरह की अटकले शुरू हो गई है। नीरव बक्षी को एक बार प्रदेश कार्यालय में हंगामा करने को लेकर पूर्व में निलंबित भी किया जा चुका है। नीरव बक्षी ने प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को जवाबदारी से मुक्त करने का पत्र लिखा है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वे पिछले साल हुए राज्य विधानसभा के चुनाव के समय से ही निष्क्रिय हो गए थे। हालांकि कांग्रेस पार्षद के रूप में वे सक्रिय रहेंगे।
नेताओं की लॉबिंग भी होने लगी
नए शहर प्रमुख बनाने को लेकर नेताओं की लॉबिंग भी होने लगी है। एक वर्ष पूर्व कांग्रेस ने जिन नेताओं को पद दिया था, उनके बीच संतुलन बनाने का भी खूब प्रयास किया गया था। जिन नेताओं को जिला या शहर के अध्यक्ष पद से हटाया गया था, उन्हें प्रदेश टीम में शामिल किया गया था। जो टिकट के दावेदार थे, उन्हें संगठन में नहीं लिया गया था। जबकि जो चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे, उन्हें संगठ में अहम भूमिका के लिए जवाबदारी सौंपी गई थी।