नई दिल्ली/दौसा। देश को दहला देने वाले कुख्यात सीरियल किलर डॉक्टर देवेंद्र शर्मा को क्राइम ब्रांच की टीम ने राजस्थान के दौसा से गिरफ्तार कर लिया है। वह 1995 से 2004 के बीच अपनी गैंग के साथ मिलकर 100 से भी ज्यादा हत्याओं को अंजाम दे चुका है। हत्या के बाद वह शवों को मगरमच्छों को खिला देता था, ताकि सबूत न मिल सके।
पैरोल पर रिहा होकर बना बाबा
जून 2023 में दो महीने की पैरोल पर रिहा हुआ देवेंद्र शर्मा जेल से बाहर आने के बाद फरार हो गया और राजस्थान के दौसा में एक आश्रम बनाकर ‘बाबा’ बन गया। वहां वह न केवल प्रवचन देता था, बल्कि लोगों का इलाज और दवा वितरण भी कर रहा था। पुलिस ने उसे दौसा से गिरफ्तार किया है।
किडनी रैकेट में भी शामिल
शर्मा ने एक दशक तक राजस्थान में अपना अस्पताल चलाया और वहां अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट भी कराए। 1998 से 2004 के बीच डॉक्टर अमित के साथ मिलकर 125 अवैध किडनी ट्रांसप्लांट किए गए। 2004 में उसकी गिरफ्तारी के साथ ही यह रैकेट उजागर हुआ था।
हत्या के 21 मामलों में आरोप, कई सजाएं
डॉक्टर देवेंद्र शर्मा के खिलाफ हत्या के 21 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है। दिल्ली में सात मामलों में उसे उम्रकैद और एक मामले में फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। इसके बावजूद उसे दो महीने की पैरोल दी गई, जिसे तोड़कर वह फरार हो गया।
पुलिस ने छह महीने तक किया पीछा
शर्मा की तलाश में पुलिस ने जयपुर, दिल्ली, अलीगढ़, आगरा और प्रयागराज में छानबीन की। अंततः सूचना मिलने पर उसे दौसा से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह 2020 में भी पैरोल लेकर फरार हो गया था।
अपराध की दुनिया में कैसे आया डॉक्टर
बिहार के सिवान जिले से ताल्लुक रखने वाला देवेंद्र शर्मा BAMS की पढ़ाई पूरी कर 1984 में दौसा आया था, जहां उसने ‘जनता क्लिनिक’ शुरू किया और 11 वर्षों तक बतौर डॉक्टर काम किया। एक बार उसके साथ 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई, जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
ड्राइवरों की हत्या कर शव मगरमच्छों को खिला देता था
शुरुआत में फर्जी गैस एजेंसी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला शर्मा बाद में ड्राइवरों को निशाना बनाने लगा। वह टैक्सी और ट्रक बुक करता, फिर ड्राइवर की हत्या कर शव मगरमच्छों को खिला देता और वाहन बेच देता था। पूछताछ में उसने कहा कि वह 30 हत्याओं तक की गिनती रखता था, उसके बाद उसने खुद ही गिनती बंद कर दी।