समिति के विद्यालय में विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के प्रयास, परीक्षा के लिए ऐसे तैयार हो रहे हैं विधार्थी
खुले मैदान में बच्चों की प्री-परीक्षा आयोजित की गई

सूरत।हाल ही में बोर्ड की परीक्षाएं संपन्न हुई हैं। हर साल कुछ छात्र परीक्षा के डर से आत्महत्या कर लेते हैं।इतना ही नहीं, परीक्षा के दौरान चिंता बढ़ने पर कुछ छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता भी चिंतित हो जाते हैं। जिसके कारण शहर के गोड़ादरा स्थित पालिका की एक ही स्कूल में एक प्री-टेस्ट आयोजित किया गया था जिसमे छात्रों को अगली परीक्षा से पहले खुले मैदान में बिठाया गया। बच्चों ने खुले वातावरण में स्वतंत्र रूप से परीक्षा दी। बता दे स्कूल में कक्षा तीसरी से पांचवीं तक की परीक्षा हो रही है इसलिए खुले वातावरण में परीक्षा आयोजित कर बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास किया गया है।

नगर प्राथमिक शिक्षा समिति सूरत द्वारा संचालित डॉ. अब्दुल कलाम प्राथमिक विद्यालय संख्या-333 के सहायक शिक्षक भावेश सोजित्रा ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय के छात्रों में परीक्षा को लेकर भय देखा जा रहा है। डर की इस डर की वजह से विद्यार्थियों की मानसिक हालत भी खराब हो रही है। इसलिए हमारे स्कूल ने छात्रों में डर को दूर करने का फैसला किया है। हमारे स्कूल ने खुले मैदान में परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है ताकि छात्र अगली परीक्षा से पहले स्वतंत्र रूप से और बिना किसी डर के परीक्षा दे सकें।
खुल्ले मैदान में बैठकर सप्लीमेंट्री में पेपर लिखने का अभ्यास
बता दे छात्रों ने मैदान में बैठकर सप्लीमेंट्री में पेपर लिखने का अभ्यास किया। इस प्रकार की परीक्षा का खर्चा तो आता है लेकिन यह सारा खर्चा स्कूल ने ही वहन किया है ताकि समिति के छात्रों पर बोझ न पड़े। इस प्रकार की परीक्षा छात्रों में परीक्षा के डर को कम करती है और उन्हें बहुत आत्मविश्वास, आराम से और समय सीमा के भीतर परीक्षा देने के लिए तैयार करती है। हमें लगता है इससे बच्चों को काफी हेल्प मिलेगी और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।