
सूरत । गुजरात का सूरत रेलवे स्टेशन बहुत तेजी से विकास पर रहा है क्योंकि इसे गुजरात का औधोगिक शहर माना जाता है। जिसे मिनी भारत भी कहते हैं। जहाँ पर प्रवासी लोगो की संख्या बहुतायत है।जिसे देखते हुए इस समय यहां पर भी काफी कुछ नया किया गया है। ट्वीटर पर किए गए एक ट्वीट पर दावा किया जा रहा है कि इस स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही से जुड़ा एक साइनबोर्ड लगाया गया है। इस साइनबोर्ड के ऊपर एक छोटा सा बोर्ड और लगा है। इस बोर्ड में जय श्रीराम लिख कर लाइट के साथ चल रहा है। साथ ही हिंदू धर्म से जुड़ी कुछ और बातें संस्कृत में इस बोर्ड में चल रही है। जैसे एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम, धर्मो रक्षति रक्षित: लिखा हुआ आ रहा है। यह बोर्ड प्लेटफॉर्म में एंट्री से पहले लगा हुआ है।

एक वर्ग के विरोध पर दूसरे वर्ग ने दिखाया मजार
अब इस पर कुछ लोगों ने ट्वीटर पर आपत्ति की है। उनका कहना है कि देश सेकुलर और देश में संविधान चलता है। इस प्रकार के कुछ लोगों के ट्वीट के विरोध में भी ट्वीट होने लगे हैं।

ऐसे में लोगों को कहना है देश सैकड़ों प्लेटफॉर्म पर मजार भी हैं जिन्हें हटा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही लोगों ने ऐसी तस्वीरें भी साझा की हैं जो रेलवे स्टेशनों और पटरियों पर बैठकर नमाज अदा कर रहे लोगों की हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह स्टेशन के बाहर लगाया गया है और यह विज्ञापनदाता की मर्जी से लिखा गया है। इसका रेलवे से कोई लेना देना नहीं है।

कुछ लोग इसमें एयरपोर्टों (किस एयरपोर्ट पर इसकी जानकारी नहीं दी गई है) पर दी गई नमाज के लिए जगह पर भी आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं। कुछ लोगों ने सड़कों पर पढ़ी जाने वाली नमाज का मुद्दा भी उठा लिया है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि खैर कोई भी बात हो देश के लोगों को आपसी समझ और सामन्जस्यता के साथ रहना चाहिए ताकि देश के प्रगति के पथ पर आगे चलता जाए। (ट्विटर पर किए गए ट्वीट पर आधारित खबर)