सूरत महानगर पालिका में मार्च एंडिंग के अंतिम दिन 25 करोड़ का संपत्ति कर जमा
सबसे ज्यादा रिकवरी वराछा-बी जोन में 83 फीसदी हुई

सूरत- मार्च समाप्त होने के अंतिम दिन संपत्ति कर के तहत सूरत नगर निगम के कोषागार में साढ़े 25 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। जिसमें ऑनलाइन बिलों के भुगतान से पांच करोड़ रुपये की आय हुई है। इसके साथ ही संपत्ति कर के तहत कुल आय 1292 करोड़ हो गई है।

संपत्ति कर की वसूली रात 12 बजे तक जारी रहेगी। जिससे संपत्ति कर का कुल आंकड़ा 1300 करोड़ के पार जाने की संभावना है। सूरत शहर में कुल 22.98 लाख संपत्तियों का मूल्यांकन कार्यालय में पंजीकरण कराया गया है। संपत्ति कर की मांग 1768 करोड़ रुपये की थी। जिसके सामने 1292 करोड़ यानि 73 प्रतिशत से अधिक कर वसूला जा चुका है। सबसे ज्यादा रिकवरी वराछा-बी जोन में 83 फीसदी हुई है। जबकि सबसे कम रिकवरी सेंट्रल जोन में 47 फीसदी हुई। अथवा, लिंबायत, उधना-बी और रैंडर 79 फीसदी से ज्यादा की रिकवरी हुई हैं।
पहली बार 2400 करोड़ पहुंचा विकास खर्च
नगर पालिका के इतिहास में पहली बार एक वित्तीय वर्ष में पूंजीगत व्यय 2400 करोड़ के करीब पहुंचा है। जो पिछले साल से 600 करोड़ ज्यादा है। बता दे 2021-22 में 1869 करोड़, 20-21 कोरोना काल में 1279 करोड़ था।