
गुजरात। वलसाड जिले में पिछले कुछ सालों से सुबह मंदिर या किसी काम से जा रहे वृद्ध लोगों के गहने चोरी करने की घटनाएं हो रही हैं। इसी तरह वलसाड और वापी में दो अपराध हुए। कम समय में इस तरह के अपराध बढ़ते ही वलसाड एलसीबी सतर्क हो गया और वलसाड और वापी में इस तरह के अपराध करने वाले ईरानी गिरोह के जाफरी परिवार के दो गिरोह के नेताओं को पकड़ा गया, कुल 3 अपराध हल किए गए हैं। इस गिरोह के 4 और सदस्यों की पहचान व तलाश की जा चुकी है।

वलसाड के तिथल रोड पर 65 वर्षीय मधुबेन विनोद मिस्त्री को दो लोगों ने सुबह 11 बजे रोका और कहा कि आगे पुलिस खड़ी है, जेवरात उतारकर बैग में रख दीजिए। जिसके बाद मौका देखकर ठग 2.97 लाख के जेवरात लूट कर फरार हो गए। तो वही दुसरी घटना वापी में हुई। वापी में बाइक सवार दो बदमाशों ने दोपहर में 55 वर्षीय निर्मलाबेन चंदू भानुशाली को रोका और खुद को पुलिस वाला बताया और बताया कि जनसेवा अस्पताल के पास हत्या हुई है। जेवरात निकालकर झोले में डाल लो, जिसके बाद उन्होंने भी हाथ साफ महिला के पास से 50 हजार के जेवरात चोरी कर लिए।

ऐसी घटनाएं होने पर वलसाड एलसीबी के पीआई वी.बी. बारडे ने जांच की और पाया कि दोनों मामलों में एक ही गिरोह था। इस ईरानी गैंग को पकड़ने के लिए ईरानी गैंग के कमर अली उर्फ अख्तर उर्फ खम्मर अनवर अली जाफरी (एबी 76, भिवंडी) और नादार अली नोसार अली जाफरी (एबी 58, भिवंडी) को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके पास से एक बाइक और एक मोबाइल बरामद किया है। हालांकि, जेवरात पुलिस ने जब्त नहीं किए। पूछताछ के बाद उसके इस तरह के काले काम में कंबर का बेटा तबरेज और उसकी पत्नी तबरेज जाफरी, नदाराली का बेटा असदुल्लाह और उसकी पत्नी मेहदी असदुल्लाह जाफरी शामिल थे। इसके बाद पुलिस ने इन चारों को वॉन्टेड घोषित कर दिया है।