
सूरत- सारोली में टेक्सटाइल मार्केट के व्यापारी और बिल्डर आमने सामने आ गए। व्यापारियों ने मार्केट के नए नए प्रोजेक्ट के काम को लेकर अपना विरोध जताया। सूरत कपड़ा मंडी के सबसे बड़े रिंगरोड कपड़ा बाजार के बाद गत 8-10 वर्षों में सारोली कपड़ा बाजार बड़े-बड़े टेक्सटाइल मार्केट्स के रूप में साकार हुआ है। नोटबंदी व जीएसटी के बाद इस क्षेत्र में दर्जनों टेक्सटाइल मार्केट्स के नए-नए प्रोजेक्ट आए, लेकिन इनमें से ज्यादातर में व्यापारियों, निवेशक व ब्रोकर्स की करोड़ों-अरबों रुपए की बड़ी रकम फंस गई।

ऐसे प्रोजेक्ट आधे-अधूरी कंडीशन में सारोली, गोडादरा क्षेत्र में दो-ढाई दर्जन से ज्यादा पड़े हैं। इन्हीं में शामिल एक स्वस्तिक टेक्सटाइल मार्केट में भी बीते सात-आठ सालों से कई व्यापारी, निवेशक व ब्रोकर्स की बड़ी रकम फंसी पड़ी है। व्यापारी, निवेशक व ब्रोकर्स की बैठक रविवार सुबह आधे-अधूरे निर्मित मार्केट परिसर में रखी गई।
व्यापारियों और बिल्डरों के बीच हुई अहम बैठक
इस बैठक में बिल्डर समूह के पांचों सदस्य बिल्डर भी पहुंचे और उनके खिलाफ व्यापारियों व निवेशकों का गुस्सा जमकर फूटा।आक्रोशित व्यापारियों व निवेशकों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा किए बगैर आप लोग अपने दूसरे प्रोजेक्ट पर कैसे काम कर सकते हैं? यह तो सीधे-सीधे व्यापारियों, निवेशकों और ब्रोकर्स के साथ धोखाधड़ी है। प्रोजेक्ट में खरीदी गई दुकान, गोदाम की रकम का ब्याज आज भी उन्हें चुकाना पड़ रहा है और बिल्डर इस प्रोजेक्ट को आधा-अधूरा छोडक़र दूसरे नए-नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
15 अप्रेल से काम शुरू करने की दी लिखित जिम्मेदारी
बैठक के दौरान कई बार बिल्डर व व्यापारी और निवेशकों के बीच तनातनी भी हुई। इस अवसर पर बिल्डर भी अपनी ओर से लगातार सफाई पेश करते रहे। करीब ढाई-तीन घंटे तक चली लंबी बैठक के बाद बिल्डर समूह के पांचों सदस्य बिल्डर ने सादे कागज पर लिखित जिम्मेदारी ली और बताया कि 15 अप्रेल से आधे-अधूरे स्वस्तिक टेक्सटाइल मार्केट प्रोजेक्ट का निर्माणकार्य शुरू कर दिया जाएगा।