नर्मदा पर चलती महिला का Video Viral, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़,कंट्रोल करने में लगी पुलिस
वायरल वीडियो के बाद भक्त बने हजारों

जबलपुर- मध्य प्रदेश के जबलपुर का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। वीडियो में नर्मदा नदी के पानी पर सफेद साड़ी पहने हुए एक वृद्ध महिला के चलने का दावा किया जा रहा है। वीडियो में महिला नदी के पानी पर चलती हुई नजर आ रही है। मगर , उसके पंजे पानी में डूबे हुए हैं। लोगों ने उस महिला को ‘ नर्मदा देवी ‘ मानते हुए पूजना भी शुरू कर दिया।

दरअसल , बीते कुछ दिनों से नर्मदा के घाटों पर वृद्ध महिला को देखा जा रहा था। महिला के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है , एक वीडियो पर दावा किया गया कि वह नर्मदा नदी के पानी पर चलती नजर आ रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद इलाके में अंधविश्वास फैल गया। सैकड़ों लोग महिला का पीछा करने लगे। उसे देवी मानकर पूजने लगे और उसे ‘ नर्मदा देवी ‘ के नाम से बुलाने लगे।
भीड़ करने लगी पीछा
महिला जहां – जहां जाती इलाके के लोग उसके पीछे लग जाते है। कुछ दिनों से इस बात की जानकारी लगातार पुलिस को मिल रही थी। साथ ही पुलिस को वायरल वीडियो भी मिले। इसके बाद इलाके की पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और महिला का पता लगाया।
मानसिक रोगी है महिला, कई दिनों से थी गुमशुदा
जब पुलिस ने महिला की जानकारी लगाई और उसका पता लगाया तो हैरान करने वाली बात सामने आई है। पूछताछ में उसने अपना नाम ज्योति बाई ( 51 ) बताया। साथ ही कहा कि वह नर्मदापुरम की रहने वाली है। जब पुलिस ने उसके बारे में अधिक जानकारी ली तो पता चला कि ज्योति बाई मई 2022 से अपने घर से लापता है। उसके बेटे ने अपनी मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने बात भी गुमशुदगी की रिपोर्ट में लिखाई थी।
नदी में पानी कम था कपड़े तो धूप से सुख गए
साथ ही वायरल वीडियो के बारे में ज्योति ने पुलिस से कहा कि जिस जगह पर नदी में मौजूद थी , वहां पर पानी कम था। इसलिए लोगों को लगा कि मैं पानी पर चल रही हूं , वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है . कपड़े गीले नहीं होने की बात पर ज्योति ने बताया कि कपड़े धूप के कारण जल्दी सूख गए थे। ।
परिवार के हवाले की गई ज्योति
मामले पर एएसपी संजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि ज्योति के परिवार से संपर्क किया गया था। बेटा आया था और फिर ज्योति को परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है। वह अपने घर पिपरिया नर्मदापुरम चली गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रामक वीडियो से दूर रहना चाहिए और अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।