लोहे की अंगूठी धारण करने से कई लाभ होते हैं. लोहे की अंगूठी पहनने से शनि दोष और राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है.
शनिवार के दिन अंगूठी धारण करते समय शनि के बीज मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.
आप शनिवार के साथ-साथ रोहिणी, पुष्य, अनुराधा और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में भी लोहे की अंगूठी धारण कर सकते हैं.
लोहे की अंगूठी धारण करने से पहले किसी ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लेनी चाहिए. कुंडली के अनुकूल होने पर ही लोहे की अंगूठी धारण करें.
राहु-केतु के अशुभ प्रभाव का सामना कर रहे जातकों को भी ज्योतिष लोहे की अंगूठी पहनने की सलाह देते हैं. लोहे की अंगूठी धारण करने से राहु-केतु के बुरे प्रभाव दूर होते हैं.
जातक की कुंडली में राहु और बुध ग्रह की मजबूत स्थिति होने पर भी लोहे की अंगूठी धारण करना शुभ माना जाता है.