आमतौर पर इंसुलिन का पौधा कोस्टस आइजेनस कॉस्टेसी फैमिली से रिलेटेड है और इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे डायबिटीज पर कंट्रोल रहता है
आमतौर पर इंसुलिन का पौधा कोस्टस आइजेनस कॉस्टेसी फैमिली से रिलेटेड है और इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे डायबिटीज पर कंट्रोल रहता है
इंसुलिन (Insulin) हाई ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में एक अहम फैक्टर है
कई डायबिटीज पेशेंट्स इंसुलिन की गोलियां खाते हैं वहीं कुछ इंसुलिन इंजेक्शन का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कई ऐसे प्लांट्स हैं जिनकी पत्तियों को चबाने से ये इंसुलिन को रेगुलेट करने में मदद कर सकती हैं.
इस पौधें की पत्तियों को चबाकर आप आसानी से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं
हालांकि पौधे में इंसुलिन नहीं होता है, न ही यह इसे बनाने में मदद करता है, फिर भी यह शुगर को ग्लाइकोजन में बदल सकता है, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है.
ये पौधे आयुर्वेद में बड़ा स्थान रखता है और शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. भले ही इसका स्वाद खट्टा हो, इंसुलिन का पौधा, जिसे क्रेप जिंजर के नाम से भी जाना जाता है, डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है.