फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि में सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ काफी खास योग बन रहे हैं। ऐसे में भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
भगवान शिव की पूजा करते समय हल्दी नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि हल्दी को स्त्री तत्व माना जाता है। इसे महिलाएं सौंदर्य के रूप में इस्तेमाल करती हैं।
न चढ़ाएं हल्दी
भगवान शिव, शिवलिंग में सिंदूर, कुमकुम या फिर रोली नहीं चढ़ानी चाहिए। क्योंकि इसे सोलह श्रृंगार में से एक माना जाता है, जो सुहाग की निशानी है।
सिंदूर या रोली
राक्षस जालंधर के कोहराम से परेशान होकर भगवान शिव ने उसका वध कर दिया था। ऐसे में वृंदा ने दुखी होकर शिव जी का शाप दे दिया था कि आपकी पूजा में मेरा इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
तुलसी
शिवलिंग में नारियल और नारियल पानी नहीं चढ़ाया जाता है। क्योंकि नारियल को श्रीफल कहा जाता है, जो मां लक्ष्मी का स्वरूप है।
नारियल
भगवान शिव को केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए।इसके अलावा भगवान शिव को लाल रंग के फूल, कनेर, चंपा, कमल आदि भी नहीं चढ़ाएं जाते हैं।