मैदे में मिलाए जाने वाले ब्लीच केमिकल अग्न्याशय को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे इंसुलिन-उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है
मोमोज के अंदर इस्तेमाल होने वाली सब्जियां और चिकन, लंबे समय तक रखे रहने से खराब हो जाती हैं. ऐसे इंग्रेडिएंट से बने मोमोज का सेवन करेंगे तो जाहिर सी बात है, आप बीमार हो जाएंगे
लाल मिर्च को स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन उस लाल मिर्च में प्रोसेसिंग के जरिए कुछ मिलाया गया न हो तब, लेकिन मोमो बेचने वाले लोग मिर्च की क्वालिटी की चिंता नहीं करते, वे मार्केट से सस्ती या लोकल मिर्च पाउडर खरीदकर उसकी चटनी बनाते हैं. ऐसी चटनी खाने से बवासीर / पाइल्स होने का खतरा बना रहता है
स्वाद के लिए मोमोज में मोनो-सोडियम ग्लूटामेट (MSG) मिलाया जाता है. कुछ खाद्य पदार्थों में यह प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है, लेकिन प्रोसेस्ड फूड में इसे अलग से मिलाते हैं. सोडियम ग्लूटामेट सफेद क्रिस्टल पाउडर की तरह होता है. जो न केवल मोटापे का खतरा बढ़ाता है,
मोमोज में पत्ता गोभी की स्टफिंग होती है, जिसे अगर ठीक से नहीं पकाया गया तो इसमें टैपवार्म के बीजाणु हो सकते हैं, जो मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं. यह पत्तागोभी में रहने वाला एक कीड़ा है, जो सेहत के लिए खतरा पैदा कर सकता है
मार्केट में मिलने वाली सब्जियां खराब क्वालिटी की होती हैं और उन पर काफी सारे वैक्टीरिया होते हैं. अब अगर उन्हें धोए बिना उनका उपयोग किया जाएगा, तो ये शरीर में कई खतरनाक बैक्टीरिया पहुंचाती हैं, जिससे शरीर को काफी नुकसान हो सकता है
इनका सेवन सेहत के लिए खतरनाक होता है और आगे चलकर गंभीर तरीके से शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं
कई लोग इनका रोजाना सेवन करते हैं, तो कई लोग हफ्ते में 3-4 दिन