प्याज में पर्याप्त मात्रा में सोडियम, पोटेशियम, फोलेट्स, विटामिन ए, सी, और ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस पाया जाता है। इसके अलावा प्याज में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। एंटी-एलर्जिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी प्याज में मिलते हैं। प्याज एक तरह का सुपरफूड है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्याज में फ्लेवोनोइड्स के गुण होते हैं, जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता हैं। इसके अलावा प्याज का सेवन थियो सल्फाइट्स रक्त की स्थिरता को सही बनाए रखता है। जिससे हृदय घात और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। प्याज कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
प्यार का नियमित सेवन हड्डियों को मजबूती देता है। वैसे तो हड्डियों के लिए डेयरी पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन प्याज के सेवन से भी हड्डियों को मजबूत करने में मदद मिलती है। प्याज में भी काफी कैल्शियम पाया जाता है।
प्याज में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो बालों की मजबूत, ग्रोथ में लाभकारी हैं। बाल को घने, चमकदार और तेजी से लंबाई बढ़ाने के लिए प्याज का रस सिर पर लगाया जाता है, इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और स्कैल्प मजबूत होता है। बालों का सफेद होना या रूसी एक आम समस्या है लेकिन प्याज का सेवन बालों को काला और डैंड्रफ मुक्त करता है।
गर्भवती महिलाओं को भी प्याज का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि प्याज से उन्हें जलन हो सकती है, जो प्रसव के दौरान तकलीफदायक बन जाती है। प्याज का रस त्वचा के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है।
कच्चा प्याज अधिक मात्रा में खाने से साल्मोनेला नाम की बैक्टीरियल समस्याएं हो सकती हैं। इस समस्या में आंत पर असर पड़ता है, जिससे धीरे धीरे पेट को नुकसान होने लगता है।