शनि देव इस दिशा के हैं स्वामी, घर में रखें साफ-सफाई

शनि देव की महिमा अपरंपार है. वह अत्यंत न्याय प्रिय हैं और लोगों को उनको कर्मों के हिसाब से अच्छे और बुरे फल प्रदान करते हैं, इसलिए उनको न्याय का देवता और कर्मफल दाता कहा जाता है.

लोग उनकी कोप दृष्टि से बचने के लिए विभिन्न तरह के उपाय करते हैं, क्योंकि जब वह किसी पर अपनी नकारात्मक दृष्टि डालते हैं तो उनका जीना दुभर कर देते हैं.

वास्तु शास्त्र की बात करें तो उनको पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि उनसे जुड़े वास्तु के नियम कौन से हैं.

पश्चिम दिशा को शनि देव का स्थान माना जाता है. ऐसे में घर में इस जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए. इस दिशा में गंदगी होने पर शनि देव नाराज हो जाते हैं

पश्चिम दिशा की तरफ कोई खिड़की हो तो वह खिड़की पूर्व दिशा की  खिड़की से छोटी होनी चाहिए. ऐसा न होने पर निगेटिव एनर्जी का संचार होने लगता है .

घर के पश्चिम दिशा का हिस्सा खुला हुआ होना चाहिए. इस दिशा को बंद करके रखने से घर के सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है.